मुंबई : समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने प्रकाशित करने हेतु प्रस्तुत किए गए पत्रक में यह मांग की है कि, ढाका के आतंकवादी आक्रमण के पश्चात डॉ. जाकीर नाईक के संदर्भ में आज बडी चर्चा हो रही है; किंतु, हिन्दू जनजागृति समिति ने उनके विद्वेषपूर्ण वक्तव्य तथा सीडी (ध्वनिचित्रचक्रिका) के संदर्भ में वर्ष २०१२ में ही आंदोलन कर पुलिस में परिवाद प्रविष्ट भी किए थे। उनमें से मुंबई, सोलापुर, सावंतवाडी तथा अकोला में डॉ. जाकीर नाईक के विरोध में एफआयआर भी प्रविष्ट की गई थी; अपितु उनपर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने का साहस तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नहीं किया; इसके विपरित कांग्रेस के तत्कालीन केंद्रीय अल्पसंख्यंक मंत्री के. रहमान खान ने १५ फरवरी २०१३ को हिन्दू जनजागृति समिति तथा सुदर्शन टीवी पर डॉ. जाकीर नाईक के संदर्भ में झूठा प्रचार किया जा रहा है, ऐसा परिवाद करनेवाला पत्र तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी को भेजा था !
इससे यह स्पष्ट होता है कि, जाकीर हुसेन नाईक का साथ देने का पाप, कांग्रेस ने किया है !
यदि उसी समय समिति के परिवादों के आधार पर जाकीर नाईक पर कार्रवाई की जाती, तो उससे प्रेरणा लेकर सेकडों मुसलमान युवक आतंकवाद की ओर नहीं मुडते तथा अनेक आतंकवादी आक्रमण रोकना सहज साध्य होता ! लादेन को ‘ओसामाजी’ कहनेवाली कांग्रेस संस्कृति यहां भी स्पष्ट दिखाई दे रही है।
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा यह मांग की गई कि, इस संदर्भ में अल्पसंख्यंक मंत्रीपद का अनुचित उपयोग कर, के. रहमान खान ने देशविरोधी मुसलमानों का साथ क्यों दिया ? मनीष तिवारी ने यह विषय छुपाकर क्यों रखा ? मुसलमानों की चापलूसी अथवा देशहित, इसमें से किस बात को कांग्रेस की ओर से प्राधान्य दिया जाता है ? इस के उत्तर आज कांग्रेस को देना ही होगा !
इस पत्रक में आगे यह प्रस्तुत किया है कि,
१. हिन्दू जनजागृति समिति ने निरंतर डॉ. जाकीर नाईक के समान राष्ट्रविरोधी शक्तियों के विरोध में भूमिका अपनाई है; किंतु मतों की चापलूसी हेतु कांग्रेस सरकार ने प्रथम समिति का जालस्थल पर पाबंदी लगाई तथा आज झूठे आरोप लगाकर समिति पर पाबंदी लगाने की मांग की जा रही है !
२. प्रत्यक्ष में आतंकवाद के समर्थकों का साथ देने का पाप करनेवाली कांग्रेस पर ही, मोदी सरकारद्वारा कार्रवाई करने की अपेक्षा है !
३. विगत २ दिनों से ओवैसी, अबु आजमी के साथ अनेक मुसलमान संगठनों ने भी डॉ. जाकीर नाईक का समर्थन करते हुए उन्हें साथ देने का प्रयास किया है !
४. इन सभी को हिन्दू जनजागृति समिति यह आवाहन करती है कि, प्रथम डॉ. जाकीर नाईक के पाकिस्तानी आतंकवादी हाफीज सईद के जमात-उद्-दावा इस संगठन के साथ होनेवाले संबंधों के संदर्भ में, हिन्दू देवताओं के किए गए अनादर के संदर्भ में, लादेन तथा आतंकवाद का जाहीर समर्थन करनेवाले वक्तव्य के संदर्भ में भूमिका स्पष्ट करें ! अन्यथा राष्ट्रप्रेमी नागरिक भविष्य में तुम्हें भी, ‘आतंकवाद का समर्थक’ कहेंगे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात