अद्ययावत
बर्लिन : जर्मनी की ट्रेन में यात्रियों पर कुल्हाड़ी से हमला करने वाले किशोर के तार पाकिस्तान से जुड़ते दिख रहे हैं। आइएस के वीडियो और किशोर के घर में मिले दस्तावेज के आधार पर अधिकारियों ने हमलावर के पाकिस्तानी होने की आशंका जताई है। पहले इस किशोर के अफगान शरणार्थी होने की बात कही जा रही थी।
जर्मनी के दक्षिणी शहर वुर्जबर्ग के समीप मंगलवार हुए इस हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। बाद में पुलिस ने १७ साल के जिहादी हमलावर को मार गिराया था। उसके पास से आइएस का झंडा मिला था। हमले के बाद आइएस ने वीडियो जारी कर हमलावर को अपना लड़ाका बताया था। वीडियो में किशोर को पाकिस्तान में बोली जाने वाली पश्तो भाषा में बोलते सुना गया। विशेषज्ञों के अनुसार उसका उच्चारण भी साफतौर पर पाकिस्तानी है।
उसके कमरे से एक पाकिस्तानी दस्तावेज भी बरामद किया गया है। उसने वीडियो में अपना नाम मुहम्मद रियाद बताया जो जर्मनी में पंजीकृत रियाज खान से मेल नहीं खाता है। जर्मनी के अधिकारियों ने इस वीडियो को प्रमाणित किया है। इस बीच अभियोजकों ने बताया कि उसने अफगानिस्तान में अपने दोस्त की मौत का बदला लेने के लिए हमले को अंजाम दिया था।
स्त्रोत : जागरण
२० जुलार्इ २०१६
जर्मनी : ‘अल्लाहू अकबर’ चिल्लाते हुए जिहादीने ट्रेन में यात्रियों पर कुल्हाडी से किया आक्रमण, ४ घायल
बर्लिन – रेल के यात्रियों पर कुल्हाड़ी और एक चाकू से वार करके चार लोगों को गंभीर रूप से घायल करने वाला अफगानिस्तान का १७ वर्षीय धर्मांध पुलिस की कार्रवाई में मारा गया। एक अधिकारी ने इस आक्रमण को ‘संभावित’ इस्लामिक आक्रमण करार दिया है। पुलिस ने बताया कि दक्षिणी शहर वुर्जबर्ग के निकट एक स्थानीय ट्रेन पर किए गए आक्रमण में कई लोग जख्मी हुए हैं।
धर्मांध युवकने घटनास्थल से भागने की कोशिश की और इसी दौरान वह मारा गया। बवेरिया राज्य के गृह मंत्री जोएचिम हेर्रमन्न ने बताया कि आक्रमणवर जर्मनी में अकेले नाबालिग के रूप में आया था और वह निकटवर्ती ओचसेनफर्ट में रह रहा था। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘इस बात की काफी संभावना है कि यह इस्लामी चरमपंथी द्वारा किया गया आक्रमण है।’
आक्रमणवर ‘अल्लाहू अकबर” के नारे लगा रहा था। यह आक्रमण बवेरिया के वुर्जबर्ग और त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में सोमवार रात करीब सवा नौ बजे किया गया। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही, एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से आक्रमण किया।’ उन्होंने कहा, ‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’
जर्मनी में इस आक्रमण से पहले फ्रांस के नीस में पिछले सप्ताह ३१ वर्षीय मोहम्मद लाहोउआएज बोउहलेल ने बैस्टिल दिवस के अवसर पर आतिशबाजी प्रदर्शन के दौरान ट्रक से आक्रमण कर दिया था जिससे ८४ लोग मारे गए थे।
इस आक्रमण की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। जर्मनी में मानसिक रूप से अस्थिर २७ वर्षीय एक व्यक्ति ने मई में एक स्थानीय ट्रन में चाकू से आक्रमण किया था जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और तीन अन्य लोग घायल हो गए थे।
जर्मनी ने पिछले साल रेकॉर्ड संख्या में करीब ११ लाख शरणार्थियों को देश में आने की अनुमति दी थी जिनमें सीरियाई शरणार्थियों की संख्या सर्वाधिक है और इसके बाद अफगानिस्तानियों का नंबर आता है। ये शरणार्थी अपने देश में गरीबी और मौजूदा अशांति से बचकर यहां आए हैं। शरणार्थियों के लिए बाल्कन मार्ग बंद कर दिए जाने और प्रवाह को काबू करने के लिए ईयू के तुर्की के साथ समझौते के परिणामस्वरूप जर्मनी आने वाले शरणार्थियों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है।
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स