कैलिफोर्निया के लेफ्टिनेंट गवर्नर न्यूसॉम के पत्र को, हिंदू अमेरिकी अभिभावकों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन माना जा रहा है जो हिंदू धर्म के सही एवं उचित चित्रण एवं धर्म को नकारात्मक रूप से दिखाने को हटाने की मांग कर रहे हैं !
अमेरिका में कैलिफोर्निया के लेफ्टिनेंट गवर्नर और ४० शीर्ष शिक्षाविदें के एक समूह ने अमेरिकी प्रांत में विद्यालयोंकी पाठ्यपुस्तकों में हिंदू धर्म के ‘सही एवं उचित’ चित्रण की मांग की है जो कि वर्तमान में समीक्षा की प्रक्रिया में है।
कैलिफोर्निया के लेफ्टिनेंट गवर्नर गाविन न्यूसॉम ने कैलिफोर्निया के स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन को लिखे एक पत्र में कहा, ‘मैं आपसे भारतीय मूल के युवा अमेरिकी एवं हिंदू-अमेरिकी छात्रों के परिप्रेक्ष्य के साथ ही इस बारे में विचार करने आग्रह करता हूं कि, क्या प्रस्तावित ढांचा उन छात्रों का इतिहास सही एवं उचित ढंग से चित्रित करता है ? यदि आप इससे सहमत हैं कि यह नहीं करता, मैं उम्मीद करता हूं कि आप उचित सुधार करने पर विचार करेंगे !’
न्यूसॉम के पत्र को हिंदू अमेरिकी अभिभावकों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन माना जा रहा है जो हिंदू धर्म के सही एवं उचित चित्रण एवं धर्म को नकारात्मक रूप से दिखाने को हटाने की मांग कर रहे हैं। पब्लिक स्कूलों के १२ इतिहास-सामाजिक विज्ञान ढांचे के संशोधन एवं अद्यतन किए जाने से पहले कैलिफोर्निया बोर्ड की आखिरी बैठक इस सप्ताह बाद में होनी है।
एक अन्य पत्र में ४० शीर्ष शिक्षाविदें ने कैलिफोर्निया स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन से शिकायत की कि अन्य धर्मों के लिए संतुलित, उपयुक्त दृष्टिकोण कुल मिलाकर हासिल हो गया है जिसकी वे पैरवी करते हैं। वहीं हिंदू धर्म के साथ व्यवहार अत्यंत नकारात्मक है। इसके परिणामस्वरूप हिंदू धर्म को इस तरह से प्रस्तुत किया गया है कि अन्य धर्मों की तुलना में इसमें ऐतिहासिक गलतियां और सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हुई हैं जो कि बिल्कुल गलत है !
इन लोगों ने कहा, ‘आलोचनावादी व्यवहार के तहत भारत और हिंदू धर्म को अलग करने की बजाय हम सभी को विशेष तौर पर भारत और हिंदू धर्म को इस तरह से पेश करने के लिए काम करना चाहिए जो उसके अनुरूप हो जिस तरह से अन्य धर्म एवं सभ्यताएं चित्रित की जाती हैं !’ पत्र लिखनेवाले शिक्षाविदें के संयोजक बारबरा ए. मैकग्रा हैं जो सेंट मैरीज कॉलेज ऑफ कैलिफोर्निया में सोशल इथिक्स, लॉ, एंड पब्लिक लाइक प्रोफेसर हैं।
स्त्रोत : जनसत्ता