केवल गोवंश हत्याबंदी कानून कर कुछ उपयोग नहीं, अपितु जब तक कानून का कठोरता से कार्यान्वयन नहीं होगा, तब तक गोवंश हत्याएं नहीं रूकेंगी !
गोवंशियों की होनेवाली यातायात गोप्रेमियों को दिखाई देती है; परंतु पुलिस को नहीं दिखाई देती ! इस से यदि जनता ऐसा आरोप लगाए कि, एक तो पुलिस सक्षम नहीं है अथवा वे हप्ते लेकर गोतस्करी को अनुमति देते हैं, तो उस में क्या गलत है ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात
• बजरंग दलद्वारा ट्रक को रोकने का प्रयास।
• ट्रक ने १० वाहनों को उडाया !
• २५ लोग घायल
• कुछ गायों की मृत्यु
• ‘अमरावती बंद’ का आवाहन !
अमरावती : यहां के चांदूरबाजार में अवैध रूप से गायों को लेकर जानेवाले ट्रक को बजरंग दल के कार्यकर्ताओंद्वारा रोकने का प्रयास किया गया, तो ट्रकचालक ने ट्रक की गति तेजी से बढा कर १० वाहनों को उडा दिया, जिस में एक छोटे बालक के साथ ३ लोगों की मृत्यु हो गई एवं २५ लोग घायल हो गए तथा उस ट्रक में स्थित कुछ गायों की भी मृत्यु हो गई। इस गंभीर घटना पर अमरावती के कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने तत्परता से रात्रि ११ बजे ही जिलाधिकारी तथा घायल व्यक्तियों से भेंट की। तदुपरांत २१ जुलाई को अमरावती के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा संगठित होकर जिलाधिकारी एवं पुलिस आयुक्त को इस विषय मे ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, गृहराज्यमंत्री तथा पालकमंत्री को दी गई।
इस अवसर पर अमरावती का हिन्दू हुंकार संगठन, भारतीय जनता युवा मोर्चा, वीर केसरी प्रतिष्ठान, विद्यार्थी पथक (बडनेरा), श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, योग वेदांत समिति एवं हिन्दू जनजागृति समिति आदि संगठनों के कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित थे। इस समय पुलिस आयुक्त श्री. दत्तात्रय मंडलिक ने हिन्दुत्वनिष्ठों को सकारात्मक प्रतिसाद देते हुए कहा, ‘पुलिस प्रशासन को अवैध कत्तल चल रहे स्थानों का ‘कोम्बिंग ऑपरेशन’ करने का आदेश दिया गया है। आपको ज्ञात स्थानों की जानकारी स्वयं पुलिस के साथ जाकर दें एवं हमें इस प्रकरण की जड तक जाने में सहायता करें !’ (महाराष्ट्र में गोवंश हत्याबंदी का कानून पारित हुआ है फिर भी इतने दिन तक क्या किया ? जो बजरंग दल को दिखाई देता है, वह पुलिस को क्यों नहीं दिखाई देता ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस ज्ञापन में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा की गई मांगें ….
१. ट्रकचालक को फांसी का दंड दें !
२. ट्रक चालक के साथ उसके मालिकको भी त्वरित बंदी बनाया जाए !
३. अपघात में घायल लोगों के उपचार का व्यय शासन करे !
४. इस प्रकरण में विलंब करनेवाले पुलिस अधिकारियों को त्वरित निलंबित करें !
५. यह अभियोग द्रुतगति न्यायालय में चलाया जाए !
६. अवैध जानवरों की यातायात करनेवाले वाहनों का प्रविष्टि क्रमांक तत्काल रद्द करें एवं वाहनचालक की वाहन अनुज्ञप्ति रद्द करें !
‘अमरावती बंद’ का आवाहन !
विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल की ओर से इस संदर्भ में पत्रकार परिषद आयोजित की गई। २२ जुलाई को इस घटना का निषेध करने हेतु इस परिषद में सभी बेपारी संगठनों से ‘अमरावती बंद’ रखने का आवाहन किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात