महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती एवं अभ्यासक्रम संशोधन मंडलद्वारा वास्तव इतिहास दबोचने का षडयंत्र !
• यदि सात दिनों के अंदर अफजलखान वध का चित्र तथा संबंधित इतिहास पाठ्यपुस्तक में अंतर्भूत नहीं किया गया, तो तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी
• कक्षा चौथी के पाठ्यपुस्तक में अफजलखान भेंट का छायाचित्र सम्मिलित करनेवालों को अफजलखान वध का छायाचित्र भेंट देकर निषेध
पुणे : हिन्दू जनजागृति समिति समेत विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने २५ जुलाई को यहां के बालभारती के कार्यालय में शिक्षण सहसंचालक श्री. सुनील चव्हाण तथा इतिहास, नागरिकशास्त्र विषय के विशेष अधिकारी श्री. मोगल जाधव को ज्ञापन प्रस्तुत किया।
उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्यप्रवक्ता श्री. सुनील घनवट के साथ उपस्थित इतिहासप्रेमी एवं शिवप्रेमी आंदोलकों ने चेतावनी दी कि, ‘बालभारती ने अर्थात महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती एवं अभ्यासक्रम संशोधन मंडल ने कक्षा चवथी के शिवछत्रपति परिसर अभ्यास (भाग २) पुस्तक में अफजलखान वध के छायाचित्र की अपेक्षा छत्रपति शिवाजी महाराज अफजलखान की गलाभेंट करने हेतु जा रहे हैं, ऐसा दिशाभ्रम करनेवाला छायाचित्र प्रकाशित किया है।
गनिमी कावे से (षडयंत्र से) अफजलखान का पेट फाडकर छत्रपति शिवाजी महाराज ने पराक्रम का इतिहास रचाया; किंतु पाठशाला के अभ्यासक्रम में अफजलखान वध का छायाचित्र हटाया गया है। आगामी ७ दिनों में अभ्यासक्रम में परिवर्तन कर अफजलखान वध का छायाचित्र तथा संबंधित तथा वास्तव इतिहास पाठ्यपुस्तक में अंतर्भूत करें, साथ ही अपराधियों पर कडी कार्रवाई कर पाठ्यपुस्तक निर्मिती मंडल निरस्त करें। अन्यथा पूरे राज्य में तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा !’
साथ ही, कक्षा चवथी के पाठ्यपुस्तक में अफजलखान भेट का छायाचित्र समाविष्ट करनेवालों का अफजलखान हत्या का छायाचित्र भेंट देकर निषेध किया गया। अधिकारियों ने यह ज्ञापन स्वीकार कर त्वरित उसका ब्यौरा आगे भेजने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सरसेनापती हंबीरराव मोहिते के वंशज तथा वडकी के सरसेनापती हंबीरराव मोहिते गोशाला के संचालक श्री. पंडित मोडक, हिन्दू एकता आंदोलन के अधिवक्ता श्री. राजाभाऊ देशपांडे, अधिवक्ता श्री. चंद्रकांत भोसले, शिवसेना की खडकवासला मतदार संघ की महिला अघाडी अध्यक्षा श्रीमती सुनीता खंडाळकर तथा श्रीमती शोभा शहा, गार्गी फाऊंडेशन के श्री. विजय गावडे, ‘हां हिन्दू’ ही गुंट के श्री. देवेंद्र जांगळे, श्री. अक्षय फळणे, शिवसेना के श्री. अमितराजे गुरव, धर्माभिमानी श्री. नीलेश पवार, श्री. तेजस काळे, ह.भ.प.गुलाब मोडक, राजस्थान के प्रदेश कांग्रेस समिति के अधिवक्ता श्री. बालकिशन गोठवाल के साथ ३० से भी अधिक इतिहासप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।
पाठयपुस्तक में परिवर्तन करें; किंतु इतिहास में कदापि नहीं ! – श्री. पंडित मोडक
पाठ्यपुस्तक निर्मिती मंडल; पाठ्यपुस्तक में परिवर्तन करें, किंतु वास्तव इतिहास में परिवर्तन कदापि न करें !
‘अफजलखान वध’ छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम के इतिहास का एक ‘जागर’ है, परमोच्च शिखर है ! विद्द्यमान ‘अफजल भेट’ का छायाचित्र हटा कर अफजलखान वध का छायाचित्र पाठ्यपुस्तक में समाविष्ट करें, अन्यथा पूरे राज्य में तीव्र आंदोलन आयोजित किया जाएगा !
क्या, भविष्य में ऐसा छात्रों को ये सीखाना है कि, अफजलखान का पेट फाडने की अपेक्षा अफजलखान का ‘गुदगुदी’ कर वध किया ?
वास्तव इतिहास से छात्रों को वंचित रखने का प्रकार सहन नहीं किया जाएगा ! – अधिवक्ता श्री. राजाभाऊ देशपांडे
आनेवाली पीढी को वास्तव इतिहास से वंचित रखकर अनुचित इतिहास छात्रों को सीखाने का यह प्रकार आगे सहन नहीं किया जाएगा। इस प्रकार का हम निषेध करते हैं !
वास्तव इतिहास जनता तक जब तक नहीं पहुंचता, तब तक हम आंदोलन करते रहेंगे !
शिवसेना की श्रीमती खंडाळकर तथा श्रीमती शहा ने भी यह चेतावनी दी कि, यदि पाठ्यपुस्तक में त्वरित परिवर्तन नहीं किया गया, तो शिवसेना भी तीव्र आंदोलन करेगी !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात