प्राचीन काल में भारत में दी जानेवाली धर्मशिक्षण की परंपरा !
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा झेंडा बालाजी मंदिर में ‘ग्रंथ वाचनालय’ का अनावरण समारोह
इंदूर : प्राचीन काल में भारत में धर्मशिक्षण दिया जाता था; किंतु वर्तमान में वह प्राप्त होना कठीन हुआ है !
यह परंपरा पुनः आरंभ हो, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति ने झेंडा बालाजी मंदिर में ‘ग्रंथ वाचनालय’ का अनावरण समारोह किया। इस वाचनालय में सनातन के साधना तथा धर्माचरण पर आधारित शास्त्रोक्त एवं धार्मिक ग्रंथों को उपलब्ध करने का आयोजन किया गया है।
इस ग्रंथ वाचनालय का अनावरण इंदौर की महापौर श्रीमती अकुला सुजाता के हाथों किया गया। उस समय महापौर ने बताया कि, हर एक हिन्दू ने इन ग्रंथों का वाचन कर अपने आचार-विचारों में परिवर्तन करना चाहिए।
इस अवसर पर अधिवक्ता श्री. गुरुतुरी उदयकृष्ण, नगरसेविका श्रीमती गंगामनी नरेंद्र गौड, श्री. पी. राजू, श्री. व्यंकटेश, श्री. जगनमोहन गौड, श्री. शरतचंद्र तथा श्री. श्रीहरी आदि उपस्थित थे।
इस ग्रंथालय के लिए डॉ. ए. विशाल का अनमोल सहयोग प्राप्त हुआ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात