सनातन पर बंदी की मांग, एक षड़यंत्र !
सनातन संस्था ‘राष्ट्रपुरुष एवं देशभक्तों’ का स्मरण कराने का कार्य करती है। ऐसी संस्था तथा उसके साधकों पर अनुचित आरोप लगाए जा रहे हैं। यह एक महान षडयंत्र है तथा हम उसका विरोध करते हैं।
भारत में ऐसी अनेक संस्थाएं तथा जालस्थल हैं, जिनमें लव्ह जिहाद तथा धर्मपरिवर्तन जैसी कृतियां खुले आम कर रही हैं। उनपर बंदी क्यों नहीं लगाई जाती ? सनातन के जालस्थल पर धर्मग्रंथ, संत, देशभक्त तथा हिन्दू धर्म का ज्ञान दिया जाता है। ऐसी संस्था पर बंदी की मांग क्यों की जाती है ?
प्रधानमंत्री को मेरी यह विनती है कि, भारत के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ एवं संगठनों ने आपको (प्रधानमंत्री को) समर्थन दिया है; क्योंकि आप हिन्दुत्वनिष्ठ विचारों के हैं। अतः आपका प्रथम कर्तव्य यह है कि, आपको सनातन समान हिन्दू संगठनों की रक्षा करनी चाहिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात