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कळंब (जनपद धाराशिव) में पर्जन्ययाग एवं सुवृष्टिकारक प्रवर्ग्य विधि की पुर्णाहुति

  • यज्ञयागादी विधियों की आलोचना करनेवाले अंनिसवालों का इसपर क्या कहना है ?

  • पर्ज्यन्ययाग के पश्‍चात मांजरा नदी भरकर बहने लगी तथा नागझरी बांध पानी से पूरा भर गया !

पर्जन्ययाग करते हुए अहिताग्नि सोमयाजी श्री. चैतन्य काळेगुरुजी तथा यजमान पद पर श्री. समीर देशपांडे तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती दिपाली देशपांडे, साथ में पौरोहित्य करते हुए ऋत्विज
पर्जन्ययाग करते हुए अहिताग्नि सोमयाजी श्री. चैतन्य काळेगुरुजी तथा यजमान पद पर श्री. समीर देशपांडे तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती दिपाली देशपांडे, साथ में पौरोहित्य करते हुए ऋत्विज

धाराशिव : मराठवाडा के लातूर एवं धाराशिव (उस्मानाबाद) जनपदों में पीने के पानी का अवर्षण दूर हो और लातूर एवं कळंब परिसर के बांधक्षेत्र में प्रचुर मात्रा में वर्षा हो, इस उद्देश्य से प्रकृति फाऊंडेशन, बंगळुरू तथा सोलापुर जनपद के बार्शी तहसील के कासारवाडी का श्री योगीराज वेदविज्ञान आश्रम के संयुक्त आयोजन में कळंब शहर के ढोकी मार्ग पर स्थित श्री साई मंगल कार्यालय में पर्जन्ययाग एवं सुवृष्टिकारक प्रवर्ग्य विधि का आयोजन किया गया था । २६ जुलाई को प्रारंभ हुई इस विधि का समापन ३० जुलाई की दोपहर में पूर्णाहुति देने के पश्‍चात हुआ । कळंब के श्री. समीर देशपांडे एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती दीपाली देशपांडे ने इस याग का यजमानपद भूषित किया । श्री योगीराज वेदविज्ञान आश्रम के अहिताग्नि सोमयाजी श्री. चैतन्य काळेगुरुजी सहित आश्रम के १६ ऋत्विजों ने इस यज्ञ का पौरोहित्य किया ।

पर्ज्यन्ययाग के पश्‍चात परिसर में मूसलाधार वर्षा

इस वर्ष धाराशिव जनपद के कुछ भागों में थोडी-बहुत वर्षा होती हो, तो भी बांध के जलसंचय क्षेत्र में वर्षा नहीं हो रही थी और उससे बांध में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी । अतः आनेवाले सूखे का संकट दूर हो तथा इस क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में वर्षा हो; इसलिए पर्जन्ययाग एवं सुवृष्टिकारक प्रवर्ग्य विधि संपन्न होने के पश्‍चात ३० जुलाई की रात ११ बजे मूसलाधार वर्षा हुई । निरंतर ४ घंटे चली वर्षा के कारण भारतीय संस्कृति में वर्णित यज्ञयाग का महत्त्व पुनः एकबार अधोरेखित हुआ । इस वर्षा के कारण शहर के सभी मार्ग पानी से भर गए, मांजरा नदी पूर्णरूप से बहने लगी तथा लातूर के निकट का नागझरी बांध भी पानी से पूरा भर गया । २६ जुलाई को पर्ज्यनयाग का प्रारंभ होने पर भी वहां ५५ मिलीमीटर वर्षा की प्रविष्टि हुई थी ।


महाराष्ट्र : पानी का अवर्षण दूर करने हेतु कळंब, जनपद धाराशिव में २६ जुलाई से पर्जन्ययाग एवं सुवृष्टिकारक प्रवर्ग्य विधि प्रारंभ !

• यज्ञ-याग पर टिप्पणी करनेवाले इस संदर्भ में क्या बोलेंगे !
• पर्जन्ययाग को प्रारंभ करने के पश्‍चात ५५ मिलीमीटर पर्जन्य वृष्टि !

धाराशिव : लातुर तथा धाराशिव (उस्मानाबाद) जनपद में पीने के पानी का अवर्षण दूर हो, साथ ही लातुर तथा कळंब परिसर के बांध क्षेत्र में अधिक मात्रा में पर्जन्य हो, इस हेतु बेंगलुरू के प्राकृती फाऊंडेशन तथा कासारवाडी-बार्शी, जनपद सोलापुर के श्री. योगीराज वेद विज्ञान आश्रम की संयुक्त तत्वावधान में कळंब में २६ जुलाई से पर्जन्य याग एवं सुवृष्टि कारक प्रवर्ग्य विधि प्रारंभ हुई।

कळंब शहर के ढोकी रोड के श्री साई मंगल कार्यालय में यह विधि संपन्न होगी। ३० जुलाई को यह विधि पूर्ण होगी। कळंब के श्री. समीर देशपांडे तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती दिपाली देशपांडे पर्जन्ययाग के यजमान पद पर बैठे हैं।

इस वर्ष धाराशिव जनपद के कुछ क्षेत्र में कुछ मात्रा में पर्जन्य वृष्टि हुई; किंतु बांध के पाणलोट क्षेत्र में पर्जन्य वृष्टि न होने के कारण बांध को पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। वर्तमान में आरंभ हुआ यह पर्जन्ययाग यहां के धनेगांव बांध के पाणलोट क्षेत्र में है।

२६ जुलाई को पर्जन्ययाग प्रारंभ करने के पश्‍चात वहां ५५ मिलीमीटर पर्जन्य वृष्टि हुई है। श्री योगीराज वेद विज्ञान आश्रम के अहिताग्नि सोमयाजी श्री. चैतन्य काळे गुरुजी यज्ञाचार्य के स्थान पर हैं। उनके साथ आश्रम के १६ ऋत्विज इस यज्ञ का पौरोहित्य कर रहे हैं।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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