Menu Close

‘श्री विठ्ठल मंदिर की धार्मिक परंपराओं को तोडनेवाली शासकीय समिति विसर्जित करें’

पंढरपुर में धरना आंदोलनद्वारा विठ्ठलभक्त एवं धर्माभिमानियों की मांग

श्री क्षेत्र पंढरपुर : वर्तमान में यहां के श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समितिद्वारा बेढंगा, भ्रष्ट एवं मनमानी कामकाज चल रहा है ! मंदिर समिति ने, पंचांग के अनुसार निकाली प्रक्षालनपूजा की तिथि में मनमानी परिवर्तन किया। मंदिर समिति की गोशाला के भ्रष्टाचार के कारण पिछले कुछ माह में अनेक गायों की मृत्यु हो गई। मृत गायों के पेट में से अनेक किलो प्लास्टिक भी पाया गया है। साथ ही संत नामदेव पायरी तथा प्रवेशद्वार में सुरक्षारक्षक जूते अथवा चप्पलें पहन कर ही जाते हैं, जिससे मंदिर की पवित्रता का भंग हो रही है।

मंदिर की धार्मिक विधियां, रूढि-परंपरा तथा भगवान के राजोपचार पूर्ववत होने हेतु, सैकडों वर्ष की धार्मिक परंपराओं को तोडनेवाली शासकीय समिति विसर्जित करने की मांग को लेकर ३० जुलाई को सवेरे ११.३० बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, टांगा स्टैंड के पास धरना आंदोलन किया गया। इस आंदोलन में २०० से भी अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे। तहसिलदार श्री. नागेश पाटिल ने मांगों का ज्ञापन स्वीकारा।

हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे एवं सनातन की श्रीमती अनिता बुणगे ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।

अन्य धर्मियों के धार्मिक स्थलों का नहीं, अपितु केवल हिन्दुओं के ही मंदिरों का ही सरकारीकरण किया जाता है ! – भागवताचार्य वा.ना. उत्पात

देवस्थान समिति ने ‘श्रद्धा’ का धंदा चालू किया है ! आज अन्य धर्मियों के धार्मिक स्थलों का नहीं, अपितु केवल हिन्दुओं के मंदिरों का ही सरकारीकरण किया जाता है। यदि हमने इसी समय सतर्क हो कर इस शासकीय समिति को विसर्जित नहीं किया, तो आनेवाले समय में; मंदिर में भक्तोंद्वारा अर्पित धन, अन्य धर्मियों के लिए प्रयुक्त करने के लिए सरकार आगे आएगी। इसके लिए हमें सतर्क रहना चाहिये !

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से शासन से की गई मांगें ….

  •  मंदिर का व्यवस्थापन देखने हेतु विठ्ठलभक्त समर्थ हैं ! शासन अन्य धर्मियों के प्रार्थनास्थलों को हाथ न लगाते हुए केवल हिन्दुओं के मंदिरों को नियंत्रण में लेता है एवं उनकी व्यवस्था ठीक तरह से न रख कर मंदिर की दुर्दशा कर रहा है। अतः श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर का सरकारीकरण त्वरित रद्द कर उसे भक्तों के नियंत्रण में दें !
  • • धार्मिक विधियां, रूढि-परंपरा तथा भगवान के राजोपचार आदि पूर्ववत चालू कर, इसमें मनमानी पद्धति से परिवर्तन करनेवालों पर कठोर कार्रवाई करें !
  • • गायों की मृत्यु को कारणभूत संबंधित लोगों पर कठोर वैधानिक कार्रवाई करें !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *