परभणी : औरंगाबाद और नानदेड़ पुलिस मुख्यालय को बम से उड़ाने की साजिश रचने के आरोप में आतंकी निरोधी दस्ते ने नसीर चौस और साहबीर खान नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक इंजीनियरिंग का छात्र है। बताया जा रहा है कि दोनों युवक आंतकी संगठन आइएस के आकाओं से संपर्क में थे वो टेलिग्राम के जरिए आसानी से बम बनाने की ट्रेनिंग ले रहे हे।
सूत्रों के मुताबिक दोनों ने रमजान के महीने में बम धमाका करने की योजना बनाई थी लेकिन बाद में उन्होंने रमजान की बजाय गणेशोत्सव में धमाका करने की योजना बनाई।
एटीएस के सूत्रों के मुताबिक इनके घर से बम बनाने का सामान मिला है। बताया जा रहा है कि इन्होंने हैदराबाद के नानदेड और पुणे से धमाके का सामान इकट्ठा किया। ये भी पता चला है कि दोनों को हवाला के जरिए फंड पहुंचाया गया।
सूत्रों के मुताबिक नांदेड एटीएस ने दोनों के पास से चोरी की एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है जिसे वो धमाके के लिए इस्तेमाल करने वाले थे।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आतंकी में से एक चाउस सिविल इंजीनियरिंग का छात्र रहा है जोकि इराक जाकर आइएस में शामिल होना चाहता था लेकिन फाहरुख नाम के एक शख्स ने उसे वहां जाने से रोका और उससे कहा कि वो अपने बूते भारत पर हमला करने वाला पहला शख्स बन सकता है। पुलिस के मुताबिक फाहरुख ने चाउस से सिक्योर अकाउंट के जरिए अपने साथ और लोगों को जोड़ने के लिए भी कहा।
स्रोत : जागरण