महाराष्ट्र : भिवंडी एवं कल्याण में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित हिन्दूसंघटन मेलों में गूंज उठा, ‘हिंदुत्व’ का आगाज !
धर्म पर होनेवाले आघातों को रोकने हेतु धर्माभिमानी अधिवक्ताओं की आवश्यकता ! – अधिवक्ता श्री. जयेश तिखे
ठाणे : आज कई अधिवक्ता केवल धन कमाने के पीछे पडे हैं। हिन्दुओं के सहाय्यार्थ उनके पास समय नहीं है। आज धर्म की बिकट स्थिति को देखते हुए अब हमें ही न्यायालयीन लडाई लडनी पडेगी, ऐसा लगता है। उसके लिए धर्माभिमानी अधिवक्ताओं की आवश्यकता है। अतः युवकों को उसी दृष्टि से कानून का अध्ययन करना चाहिये। ‘गोरक्षा’ हमें धर्मद्वारा दिया गया दायित्व है।
ऐसा प्रतिपादन अधिवक्ता श्री. जयेश तिखे ने किया। वे ३१ जुलाई को भिवंडी के गणपति मंदिर सभागृह में आयोजित हिन्दूसंगठन मेले में बोल रहे थे।
इस समय व्यासपीठ पर रणरागिणी शाखा की श्रीमती सुनिता पाटिल एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुमित सागवेकर उपस्थित थे।
महर्षि का संदेश वाचन कर इस मेला का शुभारंभ हुआ। इस समय ‘स्वसंरक्षण’ के प्रात्यक्षिक दिखाए गए।
इस मेले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, शिवसेना, वारकरी संप्रदाय के कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए थे।
उपस्थित मान्यवर : भाजपा के ठाणे विभाग सचिव श्री. आनंद गद्रे एवं बजरंग दल के भिवंडी शहर प्रमुख श्री. राहुल जुकर
सहयोग : भिवंडी का श्री गणपति मंदिर न्यासी मंडल, गुरुदेव फरसाण मार्ट, टिळक चौक मित्रमंडल, सर्वश्री रवींद्र आडेप, चंद्रकांत गोरे एवं विनोद भोईर इन्होंने मेले के आयोजन में अपना अमूल्य सहयोग दिया।
क्षणचित्र : न्हावीवाडा के धर्माभिमानी युवकों ने प्रत्यक्ष रूप से इस मेले के आयोजन में सक्रिय सहभाग लिया।
कल्याण का हिन्दुसंगठन मेला
सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के संदर्भ में किए जा रहे दमनतंत्र को रोकने हेतु संगठित हों ! – अधिवक्ता श्री. ज्ञानेश्वर देशमुख
कल्याण : आज सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति समाज में धर्मजागृति का कार्य कर रहें हैं।
उसमें बाधा उत्पन्न हो; इसलिए पुरोगामी संगठन एवं कुछ राजनीतिक लोग उनपर प्रतिबंध लाने का षड्यंत्र रचाकर उनको अपकीर्त करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दमनतंत्र को रोकने हेतु हम सभी को संगठित रूप से इसका विरोध करना चाहिए।
साथ ही हममें स्थित, धर्म के विषय में अज्ञान को दूर करने हेतु धर्मशिक्षा लेनी चाहिए। ऐसा, अधिवक्ता श्री. ज्ञानेश्वर देशमुख ने यहां के हिन्दूसंगठन मेले को संबोधित करते हुए कहा।
इस अवसर पर समिति के डॉ. उदय धुरी एवं रणरागिणी शाखा की श्रीमती नंदिनी सुर्वे ने भी उपस्थित धर्मभिमानियों का मार्गदर्शन किया।
सहयोग : यहां के श्री त्रिविक्रम मंदिर न्यासी मंडल, सर्वश्री अतुल प्रजापति, रमेश वाव्हळ एवं नितीन नागोठणेकर इन्होंने मेले के आयोजन में अपना अमूल्य सहयोग दिया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात