इराक – भारत में इस्लामिक स्टेट के समर्थकों को फंडिंग करने के आरोप में अब्दुल्ला हादी नामक जिहादी को कुवैत में गिरफ्तार किया गया है। एएनआई के अनुसार कुवैत एथॉरिटीज ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मांध आरोपी ने बताया कि २०१३ में पाकिस्तान से वापस आने के बाद से वह आतंकी संगठनों का समर्थन कर रहा है और आतंकवाद को आर्थिक सहायता करने में भी शामिल रहा है।
कवैत के अब्दुल्ला हदी अब्दुल रेहमान अल एनजी पर भारत में चार लडकों को एक हजार डॉलर भेजने का आरोप है। चारों लडकों में महाराष्ट्र के पनवेल का रहने वाले अरीब मजीद भी शामिल है, जो मई २०१४ में इस्लामिक स्टेट में सम्मिलित हुआ था, बाद में कुछ महीनों बाद भारत लौट आया था। अरीब २४ मई को अपने चार दोस्तों के साथ मुंबई से छोडकर गया था और नवंबर में वापस आ गया था। तब से वह पुलिस कोठरी में हैं और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
पूछताछ के दौरान मजीद ने जांचकर्ताओं को बताया कि जब वह और अन्य तीन इस्लामिक स्टेट समर्थक २०१४ में इराक में थे। तब उसने संचालक से कहा था कि, उसे सीरिया जाने के लिए कुछ पैसे चाहिए, जिसके बाद अल एनजी ने कुवैत से उन्हें एक हजार डॉलर भेजे थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कुवैत सरकार को इस संबंध में जानकारी दी थी, जिसके बाद एनजी को अरेस्ट करके पूछताछ की गई। कुवैत सरकार ने एनआईए को बताया कि अल एनजी ने पैसे भेजने और आतंकी गतिविधियों में वित्तीय मदद करने की बात स्वीकार कर ली है।
स्त्रोत : जनसत्ता