नई देहली : ओपन लर्निंग और ऑनलाइन पाठ्यक्रम के माध्यम से संस्कृत और वैदिक गणित को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे संघ से जुडे संगठनों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इसका सुझाव दिया है।
सूत्रों के अनुसार, संगठनों की मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर से हुई बैठक में यह सुझाव आया था। जिसमें कहा गया कि, ओपन लर्निंग का इतना बड़ा मंच हैं जिसे संस्कृत के व्यापक प्रसार के लिए उपयोग किया जा सकता है। संस्कृत को बढावा देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक समिति ने आईआईटी में भी संस्कृत पढाने का सुझाव दिया है। संघ से जुडे शिक्षाविदों ने कहा कि, जब आईआईटी में संस्कृत पढाने की बात हो रही है तो ऑनलाइन पाठ्यक्रम में संस्कृत से जुडे पाठ्यक्रम उपस्थित किए जा सकते हैं। मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, इसके लिए दिशानिर्देश बनानी होगी। संस्कृत के साथ ही वैदिक गणित, योगा और प्राचीन काल के ज्ञान के बारे में भी ओपन लर्निंग के माध्यम से पढाने के सुझाव पर विचार किया जा रहा है।
मंत्रालय जल्द ही ‘स्वंय’ नाम का मंच स्थापन करने वाली है जिसके माध्यम से कई ऑनलाइन पाठ्यक्रम ऑफर किए जानेवाले हैं। संगठन भारतीय शिक्षण मंडल ने मांग की है कि, ऑनलाइन पाठ्यक्रम का दायरा बढाया जाए। भारतीय शिक्षण मंडल के सह संगठन मंत्री मुकुल कानितकर ने कहा कि, ऑनलाइन पाठ्यक्रम की पहुंच विश्व भर तक की जाए और भारत शिक्षा के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करे।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स