वॉशिंगटन – अमेरिका के एक शीर्ष विश्वविद्यालय ने संस्थान में बढती हिंदू छात्रों की संख्या को देखते हुए हिंदुओं के लिए पहले पूर्णकालिक निदेशक को नियुक्त किया है। विश्वविद्यालय में मिशन ऐंड मिनिस्ट्री के अंतरिम उपाध्यक्ष रे हॉवर्ड ग्रे ने कहा, ‘मुझे ब्रह्मचारी व्रजविहारी शरण को जॉर्जटाउन के हिंदू लोगों के पहले पूर्णकालिक निदेशक और पहले हिंदू पुजारी के रूप में नियुक्त करते हुए खुशी हो रही है।’
शरण एडिनबर विश्वविद्यालय के बाद जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय से जुड़े हैं। वहां वह हिंदू पुजारी के रूप में तैनात थे। वह न्यू साउथ हॉल में पहले साल के छात्रों के लिए आवासीय कुलगुरु (चैप्लेन इन रेजिडेंस) के रूप में भी काम करेंगे। ग्रे ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘शरण को अंतरधार्मिक छात्र गठन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और विश्वविद्यालय में हिंदू समुदाय की व्यापकता को देखते हुए जॉर्जटाउन में लिया गया है।’ विश्वविद्यालय में लगभग ४०० हिंदू छात्र और शिक्षक हैं।
ग्रे ने लिखा कि वर्ष १७८९ में अपनी स्थापना के बाद से देश का सबसे प्राचीन कैथलिक और जीशूइट विश्वविद्यालय जॉर्जटाउन सभी धर्मों के छात्रों के लिए खुला रहा है। शरण श्री गोलोक धाम आश्रम (वृंदावन और नई दिल्ली) में वरिष्ठ पुजारी हैं। उन्होंने यह शुरुआत वर्ष २००३ में की थी। उन्होंने वाराणसी और देहली दोनों में ही विश्वनाथ संन्यास आश्रम में अपना अनुष्ठानिक प्रशिक्षण पूरा किया था।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स