अधिक भाद्रपद कृष्ण १४, कलियुग वर्ष ५११४
गत बारह वर्षोंसे सनातनद्वारा बताया जा रहा आपत्काल यही है !
अनादर की गई मूर्ति (छायाचित्रमें)
खांदा कालोनी (पनवेल), १४ सितंबर (वृत्तसंस्था) – यहांके ग्रामदेवता श्री बापदेवकी स्वयंभु मूर्ति हिंदूद्वेषियोंने सिंहासनसहित तोडकर पासकी एक झाडीमें फेंक दी इस घटनासे पूरे नगरमें खलबली मच गई है एवं हिंदुओंद्वारा तीव्र संताप व्यक्त किया गया है ।
खांदा कालोनीमें स्वयंभु श्री बापदेवका मंदिर है । इस मंदिरकी मूर्ति अज्ञात हिंदुद्वेषियोंद्वारा रात्रिमें पत्थरद्वारा तोडी गई । तत्पश्चात उसे सरकाते हुए पासवाली झाडीमें फेंक दिया गया । प्रातः मंदिरमें आनेपर लोगोको उस मूर्तिके अनादरके संदर्भमें पता चला । लोगोंने देखा कि मंदिरमें बडे पत्थर एवं मद्यकी बोतलें भी पडी हैं । इस संदर्भमें जानकारी प्राप्त होते ही पुलिसकर्मियोंद्वारा घटनास्थलपर पहुंचकर निरीक्षण किया गया । तत्पश्चात कांग्रेसके स्थानीय विधायक प्रशांत ठाकुरने घटनास्थलपर आकर ग्रामीणोंकी भावनाएं समझ लीं । जानकारी मिली है कि प्रकरणमें पांच संदिग्धोंको पुलिसने बंदी बनाया है ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात