राजस्थान के भरतपुर में कामा थाना क्षेत्र के गांव कनवाडी में ट्यूबवेल पर सो रहे एक गौरक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली सिर में लगी और उसने नींद में ही दम तोड दिया। हत्या का समाचार सुनने के बाद ग्रामीणों मे हडकम्प मच गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने गौतस्करों पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया। मौके पर तनाव बढ़ता देख पुलिस ने गांव में भारी पुलिस बल तैनात करते हुए ३ लोगों को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के अनुसार मृतक ४२ वर्षीय हरीराम उर्फ हरि सिंह ठाकुर गोकशी के लिए गायों से भरे कर्इ ट्रकों को पकड चुका है। इसी रास्ते से होकर गो-तस्कर गायों को लेकर उत्तरप्रदेश भागते हैं।
माना जा रहा है कि, गौतस्कारों ने इसी रंजिश के चलते हरि की हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस हिरासत में लिए तीनों सदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
उधर, पुलिस ने शव को कामा के अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है, जहां उसका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। साथ ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तमाम गौरक्षकों का इस हत्या मामले पर कहना है कि, सरकार ने गौरक्षकों को गुंडा बता कर उनकी जान को खतरे में डाल दिया है और गौतस्करों की राह आसान कर दी है। सरकार को इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए वरना भविष्य के चुनाव में गाय का मुद्दा सरकार को भारी पड़ेगा।
स्त्रोत : रिव्होल्ट प्रेस