ढवळेवाडी (ता. फलटण, जिला सातारा) में ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’
फलटण (जिला सातारा) : वर्ष १९७६ में घटना की धारा ४२ में दुरुस्ती कर देश को ‘धर्मनिरपेक्ष’ राष्ट्र घोषित किया गया; परंतु इस ‘धर्मनिरपेक्ष’ देश में आज सर्वत्र भ्रष्टाचार, अनैतिकता तथा प्रतिदिन होनेवाले अत्याचारों में दिन-ब-दिन वृद्धि हो रही है !
विशेषता से, हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों में भी वृद्धि हो रही है एवं हिन्दुओं के ही मंदिरों को शासनद्वारा नियंत्रण में लिया जा रहा है ! हिन्दू एवं अन्य धर्मियों में पक्षपात किया जाता है। हिन्दुओं पर अत्याचार बढते ही जा रहे हैं। इसे रोकने हेतु इस देश को एक ‘हिन्दू राष्ट्र’ के रूप में घोषित करना आवश्यक है, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के सदस्य अधिवक्ता श्री. नीलेश सांगोलकर ने ऐसा प्रतिपादित किया।
यहां के श्रीराम मंदिर में ९ अगस्त को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से छोटे स्तर पर एक ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर वे बोल रहे थे।
सभा के आरंभ में श्री. नीलेश सांगोलकर के शुभ हाथों दीपप्रज्वलन किया गया। साथ ही इस समय वेदमंत्रपठन भी किया गया। श्री. सांगोलकर का सम्मान ढवळेवाडी गांव की सरपंच श्रीमती रवीना नेवसे ने किया।
क्षणिकाएं
१. सभा के लिए पटल, कुर्सियां तथा बैठक व्यवस्था ग्रामपंचायतद्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई। उसी प्रकार ध्वनिवर्धक यंत्रणा एवं साधकों के भोजन की व्यवस्था ‘प्रणजित माने विचार मंच’द्वारा की गई थी।
२. सभा के पश्चात धर्माभिमानियों ने ‘राष्ट्र एवं धर्म’ के अनुषंग से अपनी शंकाओं का निवारण मान्यवरोंद्वारा करवा लिया।
३. सभा में महिलाओं की लक्षणीय उपस्थिति रही।
४. सभा में किए गए आवाहन के अनुसार १३ अगस्त को ढवळेवाडी के ग्रामवासी ‘राष्ट्रध्वज का विडंबन’ न होने के संदर्भ में ज्ञापन प्रस्तुत करने हेतु साखरवाडी पुलिस थाने में जानेवाले हैं !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात