केरल के हिन्दुओं की दयनीय स्थिती !
- समिति के इस अभियान के अंतर्गत व्याख्यान आयोजित करने में एक उपप्राचार्यद्वारा अस्वीकृति, केवल एक ‘हिन्दू’ शब्द के लिये !
- ऐसे दिशाहीन एवं विचारों की सुस्पष्टता का अभाव रहनेवाले उपप्राचार्य, छात्रों को राष्ट्रप्रेम के पाठ क्या ख़ाक पढाएंगे ?
कोची (केरल) : ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें’ हिन्दू जनजागृति समिति के इस अभियान अंतर्गत यहां के कदावंथारा स्थित केंद्रीय विद्यालय में समिति के कार्यकर्ता गए थे । उस समय कार्यकर्ताओं ने विद्यालय के उपप्राचार्य से भेंट कर उन्हें अभियान के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी । साथ ही राष्ट्रध्वज का अनादर न हो, इस संदर्भ की जानकारी देनेवाला समिति का भित्तीपत्रक (पोस्टर) विद्यालय में प्रसारित करने की विनती भी की । उस पर उपप्राचार्य ने इस भित्तीपत्रक पर हिन्दू जनजागृति समिति का नाम होने के कारण पत्रक प्रसारित करने के लिए अस्वीकृती प्रदर्शित की । उन्होंने बताया कि, हमारे विद्यालय में सर्व जाती-धर्म के छात्र पढते हैं ।
उनके इस वक्तव्य पर कार्यकर्ता ने बताया कि, ‘इस भित्तीपत्रक का उद्देश्य केवल ‘राष्ट्रहित’ की दृष्टि से है, इस में किसी भी धर्म का, कुछ भी संबंध नहीं है !’ इसपर भित्तीपत्रक प्रसारित करने के लिए उपप्राचार्य सिद्ध तो हुए, किंतु समिति के नाम में होनेवाला ‘हिन्दु’ इस शब्द के कारण विद्यालय में व्याख्यान आयोजित करने के संदर्भ में उन्होंने असमर्थता प्रदर्शित की ! (भारतीय राष्ट्रध्वज के संदर्भ में छात्रों को जानकारी देने के लिए अस्वीकृती प्रदर्शित करनेवाले केंद्रीय विद्यालय के उपप्राचार्य ! क्या यह भारत है, या पाक ? बहुसंख्यंक हिन्दुओं के देश में, हिन्दुओं की ऐसी स्थिती होना, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ही है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात