कराची – आतंकी हाफिज सर्इद ने एक बार फिर बेसुरा राग अलापते हुए मुंबई आक्रमण के षडयंत्रकर्ता और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ से पाकिस्तान के संस्थापक एम ए जिन्ना के लंबित आदेश का ‘पालन करने’ के लिए कश्मीर में सैनिक भेजने का आवाहन किया है।
‘डिफेंस काउंसिल ऑफ पाकिस्तान’ के बैनर तले एक रैली को संबोधित करते हुए सईद ने दावा किया कि कश्मीरियों ने विभाजन से पहले घोषणा की थी कि वे पाकिस्तान के साथ रहना चाहते हैं। किंतु विभाजन के बाद भारत ने जबरन जम्मू कश्मीर में सेना भेज दी।
उसने कहा कि इस पर कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने कमांडर इन चीफ को सैनिक भेजकर उत्तर देने का आदेश दिया किंतु उन्होंने (आदेश मानने से) इनकार कर दिया। अब मैं जनरल राहिल शरीफ से (जम्मू और) कश्मीर में सैनिक भेजने का आह्वान करता हूं क्योंकि कायदे आजम का आदेश तो लंबित है।
सईद ने कहा कि वह भारत के साथ लड़ाई करने को नहीं कह रहा है लेकिन उन्हें (प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और राहिल) को कश्मीर मुद्दे पर अवश्य ही रणनीति बनानी चाहिए। उसने अपना राग अलापते हुए कहा कि पाकिस्तान युद्धक्षेत्र बन गया है और निर्दोष कश्मीरी मारे जा रहे हैं जबकि मोदी बलूचिस्तान को अलग करने की बात कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री चुप क्यों है और वह उसी शैली में मोदी को जवाब देने में अनिच्छुक क्यों हैं?
बता दें, सईद लश्कर ए तैयबा का संस्थापक है और उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित है। उसने कहा कि शरीफ को चकोठी तक राहत सामग्री भेजनी चाहिए ताकि कश्मीरियों को यकीन होगा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री उनके साथ हैं। सईद के बेटे तल्हा सईद की अगुवाई में जमात उद दवा का एक कारवां पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के चकोठी में नियंत्रण रेखा पर धरना पर बैठा था और उसने मांग की कि भारत कश्मीरियों के लिए उनके द्वारा लायी गयी राहत सामग्री स्वीकार करे।
स्त्रोत : खबर आइबीएन