नासिक – प्रधानमंत्री ने गोरक्षकों का अयोग्य मूल्यमापन किया । पूरे भारत में गोहत्या रोकने के लिए अपना स्वयं का शासन हो, इस उद्देश्य से भारतीयों ने उन्हें मतदान किया; परंतु उन्होंने ही गोरक्षकों की अवमानना की । इस माध्यम से उन्होंने एक प्रकार से गोपालक होनेवाले भगवान श्रीकृष्णजी की ही अवमानना की है । उनके इस वक्तव्य की निंदा करने के लिए यहां के सभी हिन्दू एवं गोरक्षक राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के माध्यम से संगठित हुए ।
इस समय प्रधानमंत्री को अपना वक्तव्य वापस लेनेसहित जम्मू-कश्मीर में चल रही हिंसा को रोकने के लिए सेना को सर्वाधिकार दिए जाएं, साथ ही आतंकी और उनके समर्थकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाए, यह मांगें भी की गईं । इस आंदोलन में विविध संगठनों के ३० से भी अधिक प्रतिनिधी उपस्थित थे । उपर्युक्त मांगों का निवेदन उपजिलाधिकारी श्री. रामदास खेडकर को सौंपा गया ।
क्षणचित्र
उपजिलाधिकारी श्री. रामदास खेडकर ने समिति के कार्य की प्रशंसा की । जिलाधिकारी कार्यालय का काम बंद आंदोलन होते हुए भी वे केवल निवेदन का स्वीकार करने के लिए कार्यालय में रूके थे ।