लंदन – ब्रिटेन की आधी से ज्यादा जनसंख्या बुर्का पर प्रतिबंध के पक्ष में है। यूगॉव के सर्वेक्षण में ५७ प्रतिशत लोगों ने प्रतिबन्ध का समर्थन किया है। २५ प्रतिशत लोगों ने इसका विरोध किया। इस्लामिक परिधानों पर यूरोपीय देशों में छिडी बहस के बीच यह सर्वे आया है।
हाल ही में फ्रांस के करीब ३० तटीय शहरों ने बुर्किनी पर प्रतिबंध लगा दिया था। शीर्ष न्यायालय द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने के बावजूद कई शहरों के मेयर इसे बरकरार रखने के लिए लड रहे हैं। बुर्किनी ऐसे स्विमसूट को कहते हैं जिसमें पूरा शरीर ढक जाता है। आमतौर पर मुसलमान महिलाएं ही इसका उपयोग करती हैं।
यूगॉव का सर्वे
- ब्रिटेन के १६६८ वयस्कों से रायशुमारी की गई।
- ५६ प्रतिशत पुरुष और ५८ प्रतिशत महिलाओं ने बुर्का पर प्रतिबंध का समर्थन किया।
- १८-२४ साल की आयु के ३४ प्रतिशत और ६५ से ज्यादा उम्र के ७८ प्रतिशत लोग प्रतिबंध के पक्ष में।
- यूकेआइपी के ८४, कंजरवेटिव पार्टी के ६६ और लेबर पार्टी के ४८ प्रतिशत मतदाता चाहते हैं प्रतिबंध।
- ४६ प्रतिशत लोगों ने बुर्किनी पर प्रतिबन्ध का भी समर्थन किया। ३० प्रतिशत लोगों ने इसका विरोध किया।
जर्मनी भी पक्ष में
यूगॉव के इसी तरह के एक सर्वे में जर्मनी में भी ६२ प्रतिशत लोगों ने बुर्का पर प्रतिबंध का समर्थन किया। एक अन्य सर्वे में ८१ प्रतिशत जर्मन इस पर पूरी तरह या आंशिक तौर पर प्रतिबंध के पक्ष में बताए गए हैं। ३० प्रतिशत लोगों ने सरकारी कर्मचारियों और विद्यालयो में इसके पहनने पर रोक का समर्थन किया है।
यहां पहले से प्रतिबंध
- द टेलीग्राफ के अनुसार फ्रांस में बुर्का पर २००४, बेल्जियम में २०११ और चाड में २०१५ से प्रतिबंध है।
- स्विट्जरलैंड, इटली, स्पेन, कैमरून, नाइजर, कांगो के कुछ हिस्सों में भी इसके उपयोग पर प्रतिबन्ध है।
- नीदरलैंड में स्कूलों, अस्पतालों और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का उपयोग करते समय इसे पहनने पर रोक है।
स्त्रोत : नर्इ दुनिया