नई देहली : बलूच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष ब्रह्मदाग बुगती ने एनबीटी से एक्सक्लूसिव बातचीत की है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि, उन्हें और उनके लोगों को भारत में शरण दें क्योंकि पाकिस्तान बड़ा नरसंहार कर सकता है। एनबीटी से बात करते हुए ब्रह्मदाग बुगती ने कहा, ‘क्या थैंक्यू मोदी साहब कहना गुनाह है ? मोदी साहब ने हमारे दर्द को समझा और बदले में इंसानियत के हिसाब से हमने उनका अाभार व्यक्त किया आैर कहा, तो पाकिस्तान इतना क्यों बौखला गया है ? वह हमारे लोगों पर रासायनिक हथियार से हमले करवा रहा है। पाकिस्तान मेरे पीछे पूरी ताकत लगाकर पीछे पड़ गया है !’
ब्रह्मदाग बुगती ने कहा कि, उन्हें खुद से ज्यादा बलूच के लोगों की चिंता अधिक है। बुगती ने कहा कि, जिस दिन से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलूच के लोगों के बारे में मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया है पाकिस्तान अंदर से बुरी तरह से डर गया है। यह डर बौखलाहट के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने बातचीत में कहा कि, जिस तरह से चीजें तेजी से बदली हैं उससे मुझे उम्मीद की किरण भी दिख रही है। बुगती ने कहा कि, पिछले कई सालों से हम बलुचिस्तान की आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन पहली बार उम्मीद की गंभीर किरण दिखी है।
एनबीटी से बातचीत में उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी की ओर से मसला उठाने के बाद पिछले एक हफ्ते में पूरे विश्व में जिस अंदाज में बलुचिस्तान के मुद्दे पर ग्लोबल सपॉर्ट मिला है उसके बाद हम और मजबूत हुए हैं। बुगती ने कहा कि, यही कारण है कि पाकिस्तान बुरी तरह बौखला रहा है। वह हर हथकंडा अपना रहा है। उन्होंने बताया कि, उन्हें उनके लोगों ने जानकारी दी कि बलूच लोगों पर रासायनिक हथियार से हमले किये गये हैं। बच्चे मर रहे हैं। बुगती ने कहा कि, सात दिनों के अंदर जिस तेजी से हालात बदल रहे हैं उससे हम तत्काल भारत सरकार से अपील करते हैं कि मुझे और मेरे साथ बलूच के लोगों को तत्काल भारत में रहने की शरण दी जाय।
बुगती ने कहा कि, भारत सरकार को बलूच के लोगों को पाकिस्तान के चंगुल से निकालने के लिए ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, मानवता के आधार पर पूरे विश्व में सभी इसका सपॉर्ट करेंगे। बुगती ने कहा कि, उन्हें डर है कि भारत की ओर से उनके लोगों के हित की आवाज उठाने के बाद उनके लोगों का पाकिस्तान नरसंहार भी कर सकता है। क्या उन्हें अपनी भी जान का डर लग रहा है ? इस सवाल पर बुगती ने कहा कि वह आजादी की जंग की लड़ाई रह रहे हैं, ऐसे में जान की कोई परवाह नहीं है। डर बस इसी बात को लेकर है कि उनकी आवाज बाहर पहुंच ही नहीं पाए।
बुगती ने भारत की मीडिया और लोगों से अपील की कि वह हर प्लेटफॉर्म पर उनकी आवाज उठाएं। बुगती ने उम्मीद जतायी कि, पीएम मोदी अब हर मंच पर इस मसले को उठाएंगे और चीन में अमेरिका के प्रेजिडेंट ओबामा के सामने भी उनकी आवाज को रखेंगे। मालूम हो कि लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने बलूचिस्तान के लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति जतायी थी। बुगती बलूच नेता नवाब अकबर बुगती के पोते हैं जो पाकिस्तानी सेना के हमले में मारे गए थे।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स