ढाका – इस्कॉन मंदिर के हिन्दुओं और एक नजदीकी मस्जिद के मुस्लिम श्रद्धालुओं के बीच संघर्ष में एक महिला सहित कम से कम दस लोग घायल हो गए हैं। घटना के कारण लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी। सिलहट महानगर पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त एसएम रोकन उद्दीन ने बताया कि संघर्ष शुक्रवार (२ सितंबर) नमाज से पहले उस समय शुरू हुआ जब मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज के दौरान भक्ति गीतों को बंद करवाने के लिए मंदिर प्रशासन के पास गए। हालांकि, जब नमाज के दौरान गीत बंद नहीं किया गया तब श्रद्धालु दोबारा वहां गए और उनमें तनातनी हो गई।’ उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया जिसमें दस लोग घायल हो गए।
सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोली चलाई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि संघर्ष के दौरान जिहादीयों ने मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगे बैनर को फाड दिया गया।
संपर्क करने पर इस्कॉन मंदिर के प्रधान गोरंग ब्रह्मचारी ने बताया, ‘सिलहट संभागीय आयुक्त जमाल उद्दीन अहमद घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं और इसलिए मैं इस मुद्दे पर कुछ भी टिप्पणी करने में असमर्थ हूं।’ हालांकि उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन इस सिलसिले में एक मामला दर्ज कराने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम पर हमला हुआ है और हम न्याय चाहते हैं। जब तक न्याय नहीं मिल जाता है तब तक हम विरोध करते रहेंगे।’ इस हमले में पूर्व वार्ड पार्षद जेबून्नहार शिरिन और इस्कान मंदिर के कर्मचारी राजेन्द्र केशब दास भी घायल हो गए हैं।
स्त्रोत : जनसत्ता