आश्विन अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११६
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नई दिल्ली : १७ सितंबर को अहमदाबाद में पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में गुजरात सरकार की ओर से एक विवादित नक्शा बांटे जाने का मामला सामने आया है। इस नक्शे के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को विवादित क्षेत्र बताया गया है।
यह नक्शा चीन और गुजरात सरकार के बीच एमओयू साइन होने के ठीक बाद जारी प्रेस रिलीज में छपा था। नक्शे में अक्साई चीन को चीन का हिस्सा दिखाया गया है, जबकि अरूणाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर को डॉटेड लाइन के जरिए दिखाया गया जिसका अर्थ विवादित क्षेत्र होता है।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने विवादित नक्शा जारी करने के इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि गुजरात की बीजेपी सरकार ने अरुणाचल को एक विवादित क्षेत्र के तौर पर प्रॉजेक्ट करने की कोशिश की है और इस नक्शे को 17 सितंबर को चीन और गुजरात सरकार के बीच समझौते के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में जारी किया गया, जो एक गंभीर बात है। उन्होंने पूछा कि क्या एमओयू में भी यही नक्शा इस्तेमाल किया गया था?
सिंघवी ने सरकार पर एक बहुत ही गंभीर मसले को हल्के में लेने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री या सरकार में किसी वरिष्ठ व्यक्ति की ओर से कोई बयान नहीं आया है। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर माफी मांगनी चाहिए।
स्त्रोत : श्री न्यूज