करनाल (हरियाणा) – ‘गो तस्करी से जो पैसा एकत्रित किया जा रहा है, वह आतंकवादी गतिविधियों में उपयोग होता है। अत: जल्द ही हमें गो तस्करी व गोहत्या को रोकना है ताकि आतंकवाद को जड से खत्म किया जा सके। हमें संकल्प लेना होगा कि गो हत्या व तस्करी को रोकने के लिए हम सदैव तत्पर रहेंगे।
ये सभी बातें पुलिस प्रशिक्षण संस्थान अंबाला शहर में पुलिस अधिकारियों की आयोजित बैठक में गोसंरक्षण प्रदेश प्रभारी डीआइजी भारती अरोरा ने कही। भारती अरोरा ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से गो तस्करी को रोकने के बारे में विस्तार से अधिकारियों को यह जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने गो तस्करी के दौरान उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के बारे में भी अधिकारियों को कानूनी व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस अधिक तत्परता से कार्रवाई करते हुए गो हत्या या अन्य अपराधों पर लगाम कसे तो निसंदेह पुलिस व जनता के बीच एक अच्छा संदेश जाएगा और पुलिस की छवि भी सुधरेगी।
उन्होंने कहा कि, आमतौर पर गोरक्षकों में पुलिस के प्रति आक्रोश व भेदभाव जैसी सोच देखी जाती है। जिला में लगाए गए सैन्य बल जहां गोतस्करी रोकने पर कार्य करेगी, वहीं बेसहारा व सड़कों पर घूमने वाले पशुओं को प्रशासन की मदद से गोशाला में पहुंचाने का कार्य भी करेगी। ऐसा करने से सडक दुर्घटनाओं में भी कमी होगी।
गोतस्करी व गोहत्या को रोकना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है । इस दौरान हरियाणा गोसेवा आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला ने कहा, गो-तस्करी व गो-हत्या को रोकने के लिए केवल पुलिस ही नहीं, हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हमें मिलजुल कर काम करने की आवश्यकता है। ऐसा करने से काफी हद तक इस गोरखधंधे पर लगा कसेगी। प्रदेश सरकार की ओर से भी सख्त कानून बनाया गया है। गाय माता के महत्व समाज में सभी को बताने की आवश्यकता है । जिस व्यक्ति को गाय के महत्व के बारे में पता है, वह कभी भी इस अपराध को नहीं करेगा।
स्त्रोत : रिव्होल्टप्रेस हिन्दी