बडोदा (गुजराथ) में हिन्दू संगठन मेला संपन्न !
बडोदा : आज कश्मीर में जाने पर हमें हिन्दू की रूप में परिचय कराने में भय लगता है। मुसलमान आक्रमणकारियों को ३०० वर्ष तक भारत के पराक्रमी राजाओं से लडाई करना पडी थी। आज हिन्दू संगठित नहीं हैं, वे धर्माचरण एवं धर्मपालन नहीं करते, इसलिए आज की यह विदारक स्थिति उत्पन्न हुई है। ऐसा प्रतिपादन सावरकर मंच के श्री. चिरायू पंडित ने किया।
हाल-ही में यहां के पटेलवाडी, मांजलपुर में हिन्दू संगठन मेला संपन्न हुआ। इस मेले में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. संतोष आळशी तथा रणरागिणी शाखा की श्रीमती अंशू संत उपस्थित थीं। इस मेले में धर्माभिमानी हिन्दुओं का उदंड प्रतिसाद मिला !
इस अवसर पर श्री. संतोष आळशी ने, ‘समाज की दुष्प्रवृत्तियां एवं समाज पर उनके होनेवाले विपरीत परिणाम’ इस विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि, हमें संगठित रूप से इनका प्रतिकार करना चाहिए।
रणरागिणी शाखा की श्रीमती अंशू संत ने ‘स्वसंरक्षण समय की आवश्यकता’ इस विषय पर संबोधित करते हुए, समाज में विद्यमान असुरक्षा की भावना को दूर करने हेतु स्वसंरक्षण एवं साधना का महत्त्व बताया।
समिति की श्रीमती रेखा बर्वे ने उपस्थितों को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य से अवगत कराया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात