गाजियाबाद में ‘हिन्दू नारी संसद’ का आयोजन
गाझियाबाद (उत्तरप्रदेश) : देश के जिस क्षेत्र में हिन्दुओं की जनसंख्या घटी, उस क्षेत्र में हिन्दू महिलाओं को अधिक मात्रा में अत्याचार सहने पड रहे हैं !
मुसलमान स्वयं को एक ‘वोटबैंक’ के रूप में प्रस्थापित कर चुके हैं। इस ‘वोटबैंक’ के लिए अपने ही स्वार्थी नेता मुसलमानों के कृत्यों पर परदा डालने में व्यस्त हैं। अतः अब हिन्दुओं को ही अपनी सुरक्षा हेतु आत्मनिर्भर बनना आवश्यक है। हिन्दू स्वाभिमान की राष्ट्रीय अध्यक्षा चेतना शर्मा ने ‘हिन्दू नारी संसद’ में ऐसा प्रतिपादन किया।
यहां के डासना देवी मंदिर में दो दिवसीय हिन्दू नारी संसद संपन्न हुई। इसमें १५ राज्यों से आई हुई महिलाओं ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु मां कांचन गिरी, दक्षिण भारत की सिने अभिनेत्री श्रीमती प्राची अधिकारी, गोवा की श्रीमती कृतिका देसाई, महाराष्ट्र से हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर, तमिलनाडू की श्रीमती सीता उत्थपन्न, देहली की श्रीमती आरती जुनेजा आदि मान्यवरों ने अपने विचार व्यक्त किए।
इस समय आध्यात्मिक गुरु मां कांचन गिरी ने कहा कि, आज की स्थिति में भ्रूणहत्या हमारे समाज को लगा हुआ बहुत बडा कलंक है, उसे जड से उखाड कर फेंक देना चाहिए। दक्षिण भारत की सिने अभिनेत्री श्रीमती प्राची अधिकारी ने कहा कि, दक्षिण भारत में भी हिन्दू महिलाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है, जहां पर मुसलमान संगठन अत्यंत नियोजनपूर्वक लव्ह जिहाद के नाम पर हिन्दू लडकियों का जीवन ध्वस्त कर रहे हैं तथा अत्यंत तीव्र गति से वो अपनी जनसंख्या बढा रहे हैं।
इस नारी संसद में केंद्र सरकार से लडकियों को सैन्य प्रशिक्षण देने की मांग की गई, जिससे समय पडने पर वो अपनी रक्षा स्वयं कर सकें !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात