सांगली : भक्तोंद्वारा बहते पानी में ही श्री गणेशमूर्ति विसर्जन करने हेतु सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सांगली, उदगांव एवं कुरुंदवाड (जिला कोल्हापुर) में प्रबोधन अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने नदी किनारे पर हाथ में विसर्जन का शास्त्र बतानेवाले फलक धारण किए थे। उदगांव में सर्वश्री संजय घाटगे, अण्णासाहेब घाटगे, अशोक केंगार, प्रदीप कुलकर्णी एवं विनायक शिंगाडे उपस्थित थे।
उदगांव ग्रामपंचायत एवं ग्रीन युथ क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ‘मूर्तिदान अभियान’ चलाया गया। इसमें नदी से कुछ दूरी पर गड्ढा खोद कर उसमें दान में ली गई मूर्तियां विसर्जित की जा रही थीं; परंतु ९५ प्रतिशत भक्तों का झुकाव मूर्तिदान की अपेक्षा मूर्तिविसर्जन की ओर ही था ! इस अवसर पर अनेक भक्तों ने ‘आपने अच्छा अभियान चलाया तथा फलकों से अच्छी जानकारी मिली,’ ऐसी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं।
सांगली में भक्तोंद्वारा मूर्तिविसर्जन के लिए सकारात्मक प्रतिसाद !
सांगली में भक्तों ने उत्स्फूर्त रूप से श्री गणेशमूर्ति विसर्जन को ही प्राधान्यता दी। इस अवसर पर पानी में श्री गणेशमूर्ति के साथ निर्माल्य विसर्जन करने हेतु ही भक्तों का प्रबोधन किया गया। इस समय पानी में निर्माल्य का विसर्जन करने के कारण महापालिका के कर्मचारियों ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के साथ कुछ समय तक विवाद किया; परंतु उस समय वहां उपस्थित एक हिन्दुत्वनिष्ठ ने कहा कि, समिति का दृष्टिकोण उचित है। एक अन्य धर्मीय व्यक्ति ने भी समितिद्वारा किए जानेवाले प्रबोधन की प्रशंसा की।
मलकापुर (जिला कोल्हापुर) : यहां सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के प्रबोधन के कारण भक्तों ने निर्माल्य नगरपालिका की गाडियों में न डालकर नदी में विसर्जन किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात