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हिन्दुआेंके त्यौहारोंपर दंगा करने की धर्मांधों की यह नीति पहचानें !
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हिन्दू सहिष्णु आैर असंघटित होने के कारण उनके त्यौहारोंपर धर्मांधाेंद्वारा हेतुपूर्वक दंगा कराने का प्रयास किया जाता है, यह ध्यान में ले ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
राउरकेला (उडीशा) : राउरकेला शहर में सोमवार की रात भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन यात्रा पर धर्मांधोंद्वारा अचानक की गई पत्थरबाजी से पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया। कुछ प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचने के बाद दोनों संप्रदाय के लोग आमने-समाने आ गए। घटना राउरकेला के मुख्य मार्ग से सटे नाला रोड के पास की है। पत्थरबाजी में कुछ लोग घायल हो गए।
बताया जाता है कि, राउरकेला के मुख्य मार्ग के विभिन्न गणेश पूजा समितीयों द्वारा सोमवार की रात गाजे-बाजे के साथ भगवान गणेश की विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई थी। शोभायात्रा नाला रोड के समीप पहुंची। इस दौरान गणेश भक्त नारे लगा रहे थे। तभी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने छत से पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान भगवान गणेश की प्रतिमा टूट गई। उसके बाद धर्मांधोंने श्रद्धालुआेंके गाडीयां जलार्इ तथा दुकानोंकी तोडफोड की । थोड़ी देर में यह समाचार शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते भारी संख्या में हिन्दू बड़ी संख्या में मुख्य मार्ग पर जमा हो गए।
इस दौरान जनता निवास गली स्थित चौधरी पेट्रोल पंप के पास भीड ने दर्जनों वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने एक कार को भी आग के हवाले कर दिया। इस दौरान हिन्दुआेंने भी अल्पसंख्यक लोगों के घरों पर भी पत्थरबाजी की। कुछ जगहों पर दोनों समुदाय के लोगों के बीच मारपीट हुर्इ । हालात को काबू करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
उपद्रवियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। इससे पहले भी जुलाई माह में भगवान जगन्नाथ की बहुड़ा रथ यात्रा के दौरान दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। पुलिस को हालात पर नियंत्रण के लिए धारा १४४ लगानी पड़ी थी।
स्त्रोत : जागरण