बीजिंग – चीन के १०० विश्वविद्यालयों में छात्रों के बीच बढ रही अवसाद और तनाव की समस्या से निपटने में मदद के लिए एक योग अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का नाम ‘१०० विश्वविद्यालयों में १०० दिन’ रखा गया है और इसे चीन की पूर्व फैशन पत्रकार और उनके भारतीय पति और योग शिक्षक द्वारा चलाए जाने वाले चीन के मशहूर योग संस्थान ‘योगी योग’ ने पीकिंग विश्वविद्यालय के साथ मिलकर शुरू किया है। ‘योग के साथ अवसाद को कहें ना’ अभियान की शुरूआत सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में की गई, जहां भारी संख्या में छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया।
‘योगी योग’ की संस्थापक और सीईओ यिन यान ने कहा, ‘१०० विश्वविद्यालयों में १०० दिन’ अभियान प्राणायाम, ध्यान लगाने और योग के विशेष आसन सिखाने के लिए शुरू किया गया है।’ इस समारोह की शुरूआत विश्वविद्यालय में यान के पति मोहन सिंह भंडारी ने अवसाद से लडने के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए योग आसनों के साथ की। समारोह में उनके कई अधिकारियों ने भी शिरकत की।
अंतरराष्ट्रीय फैशन पत्रिका ‘एली’ के चीनी संस्करण की पूर्व फैशन पत्रकार यिन यान अपने भारतीय पति के साथ मिलकर भारतीय आध्यात्मिक और कला के इस रूप को व्यावसायिक सफलता में परिवर्तित कर रही हैं। यिन यान और मोहन सिंह भंडारी ने ऋषिकेष में विवाह किया था। ‘योगी योग’ की स्थापना २००३ में की गई थी। इसकी पूरे चीन भर में कई शाखाएं हैं, जिसमें करीब २०००० छात्र इसकी सेवाएं लेते हैं। इसका वार्षिक कारोबार करीब दस लाख डॉलर का है।
स्त्रोत : हरिभूमि