हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था का आदर्श नवरात्रोत्सव अभियान !
पुणे : नवरात्रोत्सव आदर्श रूप से मनाए जाने हेतु उत्सव में अंतर्भूत अनाचारों को नियंत्रित करने, तथा सुरक्षा की दृष्टि से दांडिया एवं नवरात्रि उत्सव के कार्यक्रमों पर भी उचित ध्यान देने एवं उत्सव शांति एवं धार्मिक वातावरण में मनाए जाने हेतू पुणे में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से विविध पुलिस थानों में ज्ञापन दिए गए। इस अवसर पर अधिकांश स्थानों पर पुलिसद्वारा सकारात्मक प्रतिसाद देते हुए समिति के कार्य की प्रशंसा की गई।
पुणे में फरासखाना, विश्रामबाग एवं खडकमाळ पुलिस थाना, सहकारनगर, दत्तवाडी, स्वारगेट, बिबवेवाडी, मार्केटयार्ड तथा भारती विद्यापीठ तथा पिंपरी-चिंचवड परिसर में भोसरी, पिंपरी, निगडी, हिंजवडी, वाकड, चिंचवड आदि पुलिस थानों में ज्ञापन दिए गए। साथ ही समिति की ओर से पुणे पुलिस आयुक्त कार्यालय के विशेष अपराध शाखा को भी ज्ञापन दिया गया।
वैधानिक मार्ग से कार्य करनेवाले कार्यकर्ता की पुन: पुन: वही प्रश्न पूछ कर जांच !
एक पुलिस थाने में वहां के लिपिक ने ज्ञापन प्रस्तुत करनेवाले साधकों से ही अनौपचारिक भाषण कर जांच की।
इस अवसर पर उसने ‘क्या आपके पास संगठन के कार्यकर्ताओं की सूची है ?’, ‘संगठन में कितने लोग हैं ?’ (एक साधक का नाम लेकर) ये कहां रहते हैं ? ऐसे अनेक प्रश्न पूछे !
वास्तव में अभी तक अनेक बार समिति के विविध कार्यकर्ताओं से बार बार ऐसे प्रश्न पूछ कर पुलिस जांच की गई है एवं कार्यकर्ताओं ने सभी प्रश्नों के समाधानकारक भी उत्तर दिए हैं। (पुलिस ‘धर्म एवं राष्ट्र’ रक्षणार्थ वैधानिक मार्ग से कार्य करनेवाले संगठनों पर ध्यान रखने की अपेक्षा वही शक्ति जिहादी आतंकवादी, विघटनवादी, देशविरोधक एवं उनके समर्थकों को ढूंढने में उपयोग में लाई गई तो देश शीघ्र आतंकवादमुक्त होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
… और कहते हैं, ‘अनाचार रोकने हेतु पुलिस सक्षम हैं !’ – एक पुलिस अधिकारी की प्रतिक्रिया
पिंपरी : चिंचवड क्षेत्र में एक पुलिस थाने में हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता ज्ञापन प्रस्तुत करने गए, तो वहां के पुलिस निरीक्षक ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘आप हमें कुछ बताने की आवश्यकता नहीं, अनाचार रोकने हेतु पुलिस सक्षम हैं !’ (यदि पुलिस सक्षम होती, तो कार्यकर्ताओं को ज्ञापन प्रस्तुत करने की आवश्यकता ही नहीं प्रतीत होती ! केवल ज्ञापन के माध्यम से पुलिस को सहयोग करने की इच्छा रखनेवालों से एक ज्ञापन लेने में ऐसी निष्क्रिय पुलिस कानून एवं सुरक्षा क्या, ख़ाक उत्तम रखेगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
अन्य एक स्थान पर भ्रमणभाष देखने मे दंग पुलिस ने ज्ञापन का स्वीकार किया; परंतु उसे पढने का कष्ट भी नहीं लिया; उलटे कार्यकर्ताओं पर ऐसी टिप्पणी की कि, ‘ऐसा लगता है कि आप पर सनातन का प्रभाव है !’ (सनातन का प्रभाव रहने में बूरा क्या है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
अन्य एक पुलिस थाने में ज्ञापन प्रस्तुत करनेवाले साधकों को पुलिस अधिकारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘आप ज्ञापन दिए बिना अपराध प्रविष्ट करें, हम कार्रवाई करेंगे !
सार्वजनिक नवरात्रि उत्सव के अनाचार रोकने के विषय में भोर पुलिस थाने में ज्ञापन प्रस्तुत
भोर : नवरात्रोत्सव में होनेवाली अनुचित घटनाओं को रोकने हेतू भोर पुलिस थाने के अंमलदार श्री. पंकज मोघे को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर समिति के, धर्मशिक्षा वर्ग के धर्माभिमानी सर्वश्री संकेत पिसाळ, युवराज मगर, मनोज नाझिरकर, गणेश नाझिरकर, सतीश उगले, वैभव वाडकर, श्रेयश गुंजोटीकर, सुरज साळुंखे, समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन के साधक उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात