कोल्हापुर पुलिसद्वारा गणेश मंडलों पर प्रतिभूति न मिलनेवाली धाराएं लगाने का प्रकरण
कोल्हापुर : गणेशोत्सव में बजनेवाली डॉल्बी सिस्टम बंद कर ‘डॉल्बीमुक्त’ गणेशोत्सव हेतु कोल्हापुर ने ही प्रधानता ली है ! गणेशमूर्ति विसर्जन शोभायात्रा में कोल्हापुर के मंडलों ने अनुशासित शोभायात्रा निकाली; परंतु कुछ मंडलोंद्वारा ध्वनिवर्धकों का उपयोग किए जाने से उनपर पर्यावरण कानून के अंतर्गत प्रतिभूति मिलने के लिए अपात्र धारा होनेवाले अपराध प्रविष्ट किए गए हैं !
पुलिस कार्रवाई करे; परंतु अन्यायकारी धाराओं को हटाए। यदि ये अन्यायकारी धाराएं हटाई नहीं गईं, तो आंदोलन चलाया जाएगा। शिवसेना विधायक श्री. राजेश क्षीरसागर ने ऐसी चेतावनी दी। शासकीय विश्रामगृह पर आयोजित बैठक में वे ऐसा बोल रहे थे।
इस बैठक में पार्षद श्री. रविकिरण इंगवले, हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री मधुकर नाजरे, शिवानंद स्वामी, गणेशोत्सव मंडलों के अध्यक्ष, कार्यकर्ता, शिवसेना पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
विधायक श्री. क्षीरसागर ने कहा कि, प्रशासनद्वारा निर्देशित शर्तों के अनुसार ही मंडलों ने ध्वनिवर्धक यंत्रणा का उपयोग किया था; परंतु शोभायात्रा की मध्यरात्रि में अकस्मात उनकी सामग्री पुलिसद्वारा अपने नियंत्रण में लेने के कारण शोभायात्रा रुक गई। शोभायात्रा पुनः चालू होने हेतु कार्यकर्ताओं को समझाना महत्त्वपूर्ण था। अतः शोभायात्रा पुनः आरंभ करने की अनुमति मिल गई। पुलिस ने मंडलों के पदाधिकारियों पर पर्यावरण कानून के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट किए हैं। ये अपराध प्रतिभूति मिलने के लिए अपात्र होने से इन कार्यकर्ताओं को ३ माहतक कारागृह में रहना पड सकता है !
इससे अनेक कार्यकर्ताओं की शिक्षा एवं नौकरी पर संकट आ गया है। पुलिसद्वारा इन अन्यायकारी धाराओं को तुरंत वापस लेने हेतु जनपदमंत्री श्री. चंद्रकांत पाटिल से मिलकर मंडलों का पक्ष रखूंगा। मंडलोंद्वारा हुई गलती के संदर्भ में, मैं डॉल्बी से कष्ट पहुंचे हुए नागरिकों के प्रति क्षमाप्रार्थी हूं !
पार्षद श्री. रविकिरण इंगवले ने कहा कि, मस्जिदों पर होनेवाले भोंपुओं के कारण ध्वनिप्रदूषण होते हुए भी पुलिस उनपर कार्रवाई क्यों नहीं करती ? केवल हिन्दुओं पर ही कार्रवाई क्यों की जाती है ? कारखानोंद्वारा दूषित पानी छोडे जाने से नदी दूषित होती है, तो प्रदूषण नियंत्रण विभाग उसकी ओर क्यों ध्यान नहीं देता ? मंडलों का कार्य करनेवाले कार्यकर्ताओं के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने से न्यायालयीन लडाई लडना उनके लिए कठिन है। श्री. चंद्रकांत पाटिल, प्रशासन से कहकर अपराध वापस लें !
जनपदमंत्री के घर के सामने धरना !
जनपदमंत्री श्री. चंद्रकांत पाटिल ने पुलिस को डॉल्बी बजानेवाले मंडलों पर कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। उनके इस वक्तव्य का सूत्रपर पार्षद श्री. रविकिरण इंगवले ने कहा कि, श्री. पाटिल स्थानीय मंडलों पर कार्रवाई की भाषा न बोलें। हम भी डॉल्बी के विरोध में ही हैं; परंतु अयोग्य कार्रवाई की गई, तो सभी कार्यकर्ता अपने परिवारसहित आपके घर के सामने धरना देंगे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात