पाकिस्तान में एक ईसाई युवक को इस्लाम अपनाने से मना करने पर अपहरण कर प्रताडि़त किया गया और उसकी नाबालिग बहन से सामुहिक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। यह घटना पाकिस्तान के कसूर जिले की है। ब्रिटिश पाकिस्तानी क्रिश्चियन एसोसिएशन ने बताया कि कुछ लोगों ने पहले परिवार पर आक्रमण किया और इस्लाम न अपनाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। साथ ही परिवार को मारने की धमकी भी दी। किंतु परिवार ने इससे इनकार कर दिया। इस पर गैंग ने युवक और उसकी बहन की आंखों पर पट्टी बांध दी और उन्हें एक बिल्डिंग में ले गए। वहां पर युवक को प्रताडि़त किया गया और उसकी बहन से सामुहिक बलात्कार किया गया। इस दौरान युवक को बहन की आवाजें सुनने को मजबूर किया गया। युवक आरोपियों की गिरफ्त से बचने में सफल रहा किंतु लडकी गायब है।
पुलिस पर आरोप है कि उसने रिपोर्ट लिखने से भी मना कर दिया। ब्रिटिश पाकिस्तानी क्रिश्चियन एसोसिएशन के अनुसार पीडि़त परिवार की मदद की जा रही है। हालांकि आशंका है कि पीडि़त लड़की अब शायद ही मिले।
पाकिस्तान पर अल्पसंख्यकों पर आक्रमणों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। पिछले साल अहमदी समाज के लोगों पर फायरिंग की गई थी। यह आक्रमण विशेष रूप से हिंदू, ईसाई और सुफी व शिया मुसलमानों को निशाना बनाकर किए जाते हैं। पाकिस्तान के कई हिंदू परिवारों ने भारत में शरण ले रखी है।
स्त्रोत : जनसत्ता