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सामना में लिखा गया है कि, ‘पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मविश्वास बढ़ गया है। लखनऊ में दशहरा सम्मेलन कर प्रधानमंत्री ने ‘जय श्रीराम’ का नारा दिया। मोदी ने मंच से दो बार ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाकर उत्तर प्रदेश विधानसभा प्रचार का शंख फूंक दिया’।
उत्तर प्रदेश के चुनाव भाजपा के लिए जिंदगी-मौत का सवाल
सामना में यह भी लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश का चुनाव बीजेपी के लिए जिंदगी और मौत का सवाल है। प्रधानमंत्री के लखनऊ आकर ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने से राम मंदिर स्थापित होकर स्वर्ण कलश चढ़ेगा। इस भावना से भाजपा को वोट मिलेंगे। राम मंदिर पर जितनी राजनीति होनी थी हो गई। अब और कितनी राजनीति करनी है यह एक बार तय कर डालो।
‘भाजपा के पास आज खुद का २८० का पूर्ण बहुमत है। साथ में शिवसेना सहित अन्य दल भी हैं। ऐसे में ३०० सांसदों के बल पर राम मंदिर का निर्माण अब नहीं करोगे तो कब करोगे। राम मंदिर आज नहीं तो कभी नहीं। सिर्फ नारा मत लगाओ, ईंटें लगाना शुरू करो। कलश चढ़ाने का काम शिवसेना करेगी ही क्योंकि बाबरी का गुंबद जमींदोज करने का काम भी शिवसैनिकों ने ही किया था।’
स्त्रोत : आज तक