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सांगली (महाराष्ट्र) : नवरात्रोत्सव के उपलक्ष्य में ३०० से अधिक श्रद्धालु महिलाओं का रणरागिणी शाखाद्वारा प्रबोधन

हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था का ‘आदर्श नवरात्रोत्सव अभियान !’

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मार्गदर्शन करती हुई श्रीमती गौरी खिलारे तथा श्रद्धालु महिला

सांगली : नवरात्रोत्सव के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी शाखा की ओर से जिले में अलग अलग स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उसमें, ‘नवरात्रोत्सव तथा देवीपूजन के पीछे क्या शास्त्र है ?’, इसके साथ-साथ कुमकुमार्चन, कलश फूंकना, गरबा, भोंडला आदि के प्रात्यक्षिक दिखाए गए। साथ ही श्रद्धालु महिलाओंद्वारा ये कृत्य करवाए भी गए। यह कार्यक्रम कुरुंदवाड (जिला कोल्हापुर), विश्रामबाग-सांगली में श्रीमती कांचन सूर्यवंशी के घर में तथा श्री. रमेश खिलारे के घर में आयोजित किया गया।

अनेक महिलाओं ने प्रतिकिया व्यक्त की कि, शास्त्रोक्त पद्धति से नवरात्रोत्सव मनाए जाने के कारण अत्यंत आनंद प्राप्त हुआ। साथ ही बोरगांव में भी प्रवचन का आयोजन किया गया। इन सभी स्थानों पर संपन्न हुए कार्यक्रम का लाभ ३०० से अधिक श्रद्धालु महिलाओं ने उठाया। बोरगांव में धर्मशिक्षण वर्ग की मांग की गई। साथ ही दिवाली का प्रवचन आयोजित करने की भी मांग की गई।

विश्रामबाग में श्रीमती सूर्यवंशी के घर में संपन्न हुए कार्यक्रम में श्रीमती गौरी खिलारे ने बताया कि, नवरात्रि की कालावधि में अपने में स्थित दोष तथा अहंरूपी असुरों का नाश करने हेतू, साथ ही राष्ट्र एवं धर्म पर आपत्ति उठानेवाले महिषासुर का नाश करने हेतु आदिशक्ति की उपासना करना आवश्यक है। वर्तमान में महिलाएं शास्त्र के विषय में अनजान रहने के कारण अनेक स्थानों पर फ़िल्मी गीतों पर अंगविक्षेप करते हुए नृत्य करती हैं। इन कारणों से देवी का अनादर होता है ! अतः हमें प्रयास पूर्वक अनुचित कृत्य टालने चाहिए !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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