वाशी के राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में राष्ट्रप्रेमी नागरिकों द्वारा मांग !
नई मुंबई : हालही में चीन के शासकीय समाचारपत्रों में चीनी उत्पादों का क्रय मत कीजिए ! ऐसा भारतीय केवल भौंक सकते हैं, इसके अतिरिक्त वो कुछ नहीं कर सकतें ! ऐसा कहनेवाला लेख प्रकाशित हुआ है । चीन में उत्पादित होनेवाले विविध वस्तुआें के क्रय को बढाने हेतु १५ से १७ नवंबर की अवधि में मुंबई में चायना प्रॉडक्ट एक्झिबिशन २०१६ का आयोजन किया गया है । इस प्रदर्शनी का आयोजन करने का अर्थ हमारे देश का अहित करनेवाले देश की आर्थिक सहायता करने जैसा है । चीन भारत में बार-बार आतंकी कार्यवाहियां करनेवाले पाकिस्तान की खुली सहायता करता है । चीन की इस दोहरी निति का उत्तर देने हेतु तथा जनभावना का सम्मान करने हेतु इस प्रदर्शनी की अनुमति स्थगित की जाए । २२ अक्तूबर को वाशी में संपन्न राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में यह मांग की गई ।
इस आंदोलन में हिन्दू राष्ट्र सेना के श्री. भालचंद्र गायकवाड, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के सर्वश्री अजय बर्गे, स्वप्नील यादव, बजरंग दल के सर्वश्री संदीप भगत, अक्षय सरक, मराठा मित्रमंडल के श्री. संदीप गोळे, पामबीच मार्ग शिवसेना शाखाप्रमुख श्री. सुनील थळे, शिवसेना के महाराष्ट्र वितरक सेना के श्री. वैभव साळुंके, हिन्दू महासभा के श्री. मंगेश म्हात्रे, योग वेदांत समिति के श्री. नानकचंद मिश्रा, गोभक्त श्री. संदीप शर्मा, हिन्दू जनजागृति समिति के मुंबई प्रवक्ता डॉ. उदय धुरीसहित कुल ५० राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।
इस समय सहस्रों करोड रुपयों की आर्थिक हानि करनेवाले प्रदूषणकारी पटाखोपर तुरंत प्रतिबंध लगाने की, शिवछत्रपति की धरोहर होनेवाले; परंतु राज्य के निजी लोगों के स्वामित्व में होनेवाले किलों को राज्य शासन द्वारा नियंत्रण में लेकर उनको तुरंत संरक्षित स्मारक घोषित किया जाए, ये मांगें भी रखी गईं ।
राष्ट्रप्रेमियों के उद्बोधक विचार
किलों का संरक्षण करना राज्यशासन एवं प्रधानमंत्री का नैतिक दायित्व ! – अजय बर्गे, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान
अरब समुद्र में शिवाजी महाराजजी का स्मारक बनाना अच्छी बात है; परंतु शिवकाल का तेजस्वी परिचय करानेवाले दुर्ग एवं किलें गिरते जा रहे हैं । उसको रोकने हेतु शिवभक्त कार्य कर रहे हैं । किलों का संरक्षण करना राज्यशासन एवं प्रधानमंत्री का नैतिक दायित्व है ।
भारतीय लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें ! – स्वप्नील यादव, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान
शिवाजी महाराजजी द्वारा उस समय में अपनाई गई व्यापारनीति एवं भाषानीति आज भी अपनाई जानी चाहिए । दुर्ग एवं किलों का जीर्णोद्धार होना चाहिए । भारतीय लोगों को चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए ।
भारतीय लोग चीन द्वारा चलाए जा रहे आर्थिक युद्ध का चतुरता के साथ विरोध करें ! – मंगेश म्हात्रे, हिन्दू महासभा
भारतीय शासन के लिए आज की खुली अर्थव्यवस्था में आंतरराष्ट्रीय अनुबंधों के कारण चीन के उत्पादों का भारत में प्रतिबंध करना संभव नहीं है । चीन ने अपनी सभी उत्पादनों को बेचने हेतु भारत को बाजार बनाया है । चीन द्वारा चलाए जा रहे इस आर्थिक युद्ध का भारतीय लोगों को चतुरता के साथ विरोध करना चाहिए !
चीनी वस्तुआें की प्रदर्शनी मेक इन इंडिया की नीति से विसंगत ! – डॉ. उदय धुरी, हिन्दू जनजागृति समिति
चीनी वस्तुआें की प्रदर्शनी लगाने का अर्थ अपने ही देश का अहित करनेवाले देश की आर्थिक सहायता करने जैसा है । प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया अभियान चलात हैं । ऐसे में चीनी वस्तुआें की बिक्री हेतु इस प्रकार की प्रदर्शनी लगाना प्रधानमंत्री के इस अभियान से संपूर्ण रूप से विसंगत है ।
भारतीय बाजार से अब्जों रुपयों का आर्थिक लाभ अर्जित कर भारत के विरुद्ध भूमिका अपनानेवाले चीन को सबक सिखाने का समय अब आ चुका है । – श्री. अस्मित कोंडाळकर, श्री शिवप्रतिष्ठान, हिन्दुस्थान
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात