नागपुर : यहां सक्करदरा चौक पर ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ का आयोजन किया गया था।
आंदोलन को शिवसेना तथा वारकरी संप्रदाय जैसे विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का समर्थन मिला। इस अवसर पर आंदोलन के माध्यम से प्रकृति एवं पर्यावरण के लिए विनाशक चीनी बनावट के पटाखों तथा चीनी वस्तुओं पर एवं शत्रुराष्ट्र पाकिस्तान के कलाकारों को भारत में कार्य कर धनार्जन पर प्रतिबंध लगाने तथा निजी नियंत्रण में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज के २३ किले त्वरित शासनद्वारा अधिग्रहित कर उन्हें ‘राष्ट्रीय स्मारक’ के रूप में घोषित कर उनका संवर्धन करने की मांगें की गर्इं।
आंदोलन में वारकरी संप्रदाय के ह.भ.प. श्री वणवे महाराज की वंदनीय उपस्थिति रही। ह.भ.प. श्री वणवे महाराज ने कहा कि, चीनी वस्तुएं क्रय करने से पूरा धन चीन को मिलता है ! अपने देशबंधुओं को उसका कोई लाभ नहीं होता। अतः यद्यपि महंगी हैं, फिर भी केवल स्वदेश में सिद्ध वस्तुओं का ही उपयोग करना चाहिए एवं जनता को चीनी बनावटी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए !’
आंदोलन के लिये बाजार में खुली जगह उपलब्ध नहीं थी। अतः मे. शैलेश इलेक्ट्रीकल के स्वामी श्री. आशीष सुरुशे ने अपनी दुकान के सामने आंदोलन करने की अनुमति देकर सहयोग करने से यह आंदोलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आंदोलन स्थल पर उपस्थित पुलिस ने भी ऐसा आश्वासन देते हुए कहा कि, ‘भविष्य में ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित करें, हम आपको पूरा सहयोग करेंगे !’
क्षणिका
आंदोलन समाप्त होने पर मराठा क्रांति मूक मोर्चा के एक कार्यकर्ता समिति के कार्यकर्ताओं से मिले एवं उन्होंने विशेष रूप से कहा कि, ‘उन्हें आंदोलन के विषय अत्यधिक अच्छे लगे। उन्होंने, ‘मुझे अपने विषय ‘वॉट्स एप’ पर भेजते रहें, मैं उन्हें हमारे गुट में प्रसारित करता जाऊंगा !’ ऐसा कहते हुए त्वरित समिति के कार्यकर्ताओं को अपने गुट में सम्मिलित कर लिया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात