ओलंपिक खेल चुकी भारतीय महिला निशानेबाज हीना सिद्धू ने हिजाब पहनने की अनिवार्यता के चलते ईरान में होने वाली एशियन एयरगन शूटिंग प्रतियोगिता से नाम वापस ले लिया है। उन्होंने इस बारे में नेशनल राइफल एसोसिएशन को तीन सप्ताह पहले खत लिखकर अपने निर्णय की जानकारी दी थी। यह प्रतियोगिता ईरान की राजधानी तेहरान में दिसंबर में आयोजित होगी।
हीना सिद्धू ने शनिवार को ट्वीट कर इसकी पुष्टि की। इसमें उन्होंने बताया कि वे क्रांतिकारी नहीं है किंतु व्यक्तिगत रूप से उन्हें लगता है कि किसी खिलाड़ी के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य करना खेल भावना के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने आगे लिखा कि एक खिलाड़ी होने का उन्हें गर्व है क्योंकि अलग-अलग संस्कृति, पृष्ठभूमि, लिंग, विचारधारा और धर्म के लोग बिना किसी पूर्वाग्रह के एक दूसरे से खेलने को आते हैं। सिद्धू ने लिखा, ”खेल मानवीय प्रयासों और प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करता है।”
बता दें कि, ईरान परंपरावादी देश है। वह अपने देश में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं में भी अपनी संस्कृति थोपता है। इस साल की शुरुआत में ईरान में एक चैस टूर्नामेंट भी हुआ था। इसमें भी महिला खिलाडियों को हिजाब पहनना पड़ा था। इस पर भी काफी सवाल उठे थे। अगले साल भी ईरान में चैस टूर्नामेंट होगा। अमेरिका की नाजी पैकिदजे ने इस प्रतियोगिता ने अपना नाम वापस भी ले लिया।
हीना ने दो साल पहले भी इसी वजह से एक प्रतियोगिता से अपना नाम वापस ले लिया था।
स्त्रोत : जनसत्ता