केनबरा : तस्करों के जरिए अवैध रूप से ऑस्ट्रेलिया आनेवाले शरणार्थियों पर देश में प्रवेश करने पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसे लेकर सरकार अगले सप्ताह संसद में एक योजना लाने जा रही है। यहां तक कि यदि वे वैध शरणार्थी पाए जाते हैं, लेकिन अवैध तरीके से तस्करों के जरिए ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश किया है, तो उन्हें एक पर्यटक के तौर पर भी देश में आने की कभी इजाजत नहीं दी जाएगी। सरकार के अनुसार, आजीवन प्रतिबंध उन पर भी लगाया जाएगा जो ऑस्ट्रेलिया हिरासत केंद्र नाउरू या मानुस द्वीप समूहों में १९ जुलाई २०१३ के बाद भेजे गए हैं, हालांकि यह कानून बच्चों पर प्रभावी नहीं होगा।
प्रधानमंत्री माल्कॉम टर्नबुल ने रविवार को कहा कि यह कानून पूर्व प्रधानमंत्री केविन रूड के जुलाई २०१३ में लिए गए संकल्प के आगे की कार्रवाई के तौर पर है, जिसमें बिना वीजा के नाव के जरिए आए किसी भी शरणार्थी को ऑस्ट्रेलिया में नहीं बसने देने की बात थी।
उन्होंने कहा, उन्हें समझना होगा कि तस्करों के जरिए शरण चाहनेवाले लोगों के लिए आस्ट्रेलिया के दरवाजे बंद हैं। विदेश मंत्री जूली बिशप ने कहा कि इस कानून से सिर्फ लोगों के तस्करों को ही नहीं, बल्कि अवैध तरीके से ऑस्ट्रेलिया आने के बारे में सोचनेवालों को भी कड़ा संदेश मिलेगा !
स्त्रोत : पत्रिका