जासूसी रैकेट के खुलास के बाद बौखलाया पाकिस्तान !
इस्लामाबाद : पाकिस्तान देहली स्थित अपने उच्चायोग में एक अधिकारी के जासूसी के आरोप में रंगे हाथ पकड़े जाने से सकपका गया है। यही कारण है कि, पाकिस्तान इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायोग के पांच अधिकारियों पर जासूसी का आरोप लगाया है औऱ उन्हें पाकिस्तान छोड़ने को कहने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान ने भारतीय दूतावास के ३ अधिकारियों पर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिए काम करने का आरोप लगाया है। इन अधिकारियों के नाम हैं- अजय कुमार वर्मा, अमरदेब सिंह और मदन नंद। पाकिस्तान ने इन अधिकारियों पर पाकिस्तान में गिरफ्तार कुलभूषण जाधव के लिए काम करने का आरोप लगाया है।
बुधवार को देहली स्थिति पाकिस्तानी दूतावास के ६ कर्मचारियों ने भारत छोड़ दिया। जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी दूतावास के अफसर महमूद अख्तर से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ था कि, पाकिस्तानी दूतावास के १६ और कर्मचारी आयएसआय के लिए जासूसी के रैकेट में सहभागी हैं। इनके विरुध्द भारत कार्रवाई कर सकता था। इससे पहले ही पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में ५ भारतीय राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगा दिया है।
इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया में समाचार थे कि, दो भारतीय अधिकारियों पर जासूसी का आरोप लग सकता है। इन दोनों अधिकारियों की पहचान के साथ पाकिस्तानी मीडिया में इनके फोटो भी जारी किए गए थे। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कॉमर्शियल काउंसलर राजेश अग्निहोत्री और प्रेस काउंसलर बलबीर सिंह को भारत लौटने के लिए कहा जा सकता है।
सूत्रों के हवाले से जियो टीवी ने दावा किया है कि, राजेश अग्निहोत्री का सीधा संबंध ‘रॉ’ से था वहीं बलबीर सिंह को इंटेलीजेंस ब्यूरो के लिए काम कर रहे थे। ये आरोप लगाया गया है कि बलबीर सिंह पाकिस्तान में आतंकियों का नेटवर्क चला रहे थे। ये भी दावा किया गया है कि कुछ दिन पहले पाकिस्तान से निष्कासित किए भारतीय उच्चायोग के अधिकारी सुरजीत सिंह भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे।
ये घटनाक्रम ऐसी रिपोर्ट आने के बाद हुआ है कि पाकिस्तान देहली स्थित अपने उच्चायोग से चार अधिकारियों को वापस बुला सकता है। पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत रह चुके महमूद अख्तर को देहली में कुछ देर के लिए हिरासत में लिया गया था। फिर महमूद अख्तर को भारत से निष्कासित कर दिया गया था। पाकिस्तान भारत से अपने उच्चायोग के जिन चार अधिकारियों को वापस बुला सकता है उनके नाम हैं- कॉमर्शियल काउंसलर सैयद फर्रूख हबीब, फर्स्ट सेक्रेटरी खादिम हुसैन, मुदस्सर चीमा और शाहिद इकबाल।
स्त्रोत : आज तक