सऊदी अरब : सऊदी अरब के एक राजकुमार पर न्यायालय के आदेश के बाद जेद्दा कारागार में कोडे लगाए गए। एक सऊदी अखबार ने बुधवार को यह खबर दी। इसमें यह नहीं बताया गया कि राजकुमार को किस अपराध के चलते यह सजा दी गई। लेकिन कहा गया है कि दोषी राजकुमार को कैद की सजा भी सुनाई गई है। राजकुमार को वैद्यकीय जांच के बाद सोमवार को एक पुलिसकर्मी ने कोडे लगाए। बता दें कि, लगभग १५ दिन पहले ही एक अन्य राजकुमार को हत्या के आरोप में मौत की सजा दी गई थी। सऊदी अरब में वहाबी सुन्नी मुस्लिम नियमों का कडाई से पालन किया जाता है। यहां पर कानून कायदों पर मौलवियों का दबदबा है।
१९ अक्टूबर को एक सऊदी राजकुमार को रियाद में मौत की सजा दी गई थी। राजकुमार तुर्की बिन सउद अल कबीर को एक सऊदी व्यक्ति को मारने का दोषी पाया गया था। सऊदी अरब के मीडिया के अनुसार १९७० के बाद पहली बार किसी राजकुमार को मौत की सजा दी गई। सऊदी अरब के सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने इस घटना को समानता के प्रतीक के रूप में बताया था। मारे गए व्यक्ति के चाचा अब्दुल रहमान अल-फलाज ने अरब न्यूज ने कहा कि ये फैसला देश की “निष्पक्ष न्याय प्रणाली” का प्रमाण है।
सऊदी अरब में शरिया कानून लागू है जिसमें हत्या, नशे की तस्करी, डकैती, बलात्कार और ईशनिंदा के लिए मौत की सजा देने का प्रावधान है। हालांकि पिछले कुछ सालों में सऊदी अरब में नागरिक अधिकारों और महिला अधिकारों को लेकर सवाल भी उठाए जाते रहे हैं। खास तौर पर कुछ महिलाएं शरिया कानून भेदभाव वाली बताती रही हैं।
सऊदी अरब में सोशल मीडिया के उपयोग) को लेकर भी कर्इ मतभेद है। एक वर्ग इसे इस्लाम के विरुद्ध बताता है तो दूसरा धडा इसे उचित मानता है। सोशल मीडिया से जुडे एक मामले में ही एक सऊदी किशोर को कारागार में डाल दिया गया। उस पर एक अमेरिकी महिला से ऑनलाइन छेडखानी करने का आरोप है। किशोर को पांच साल कारागार और आठ लाख डॉलर के जुर्माने की सजा हो सकती है।
स्त्रोत : जनसत्ता