- इससे ध्यान में आता है कि, पीतपत्रकारों को पुरस्कार वितरित करनेवाले कितने निम्नस्तर के होते हैं ! सनातन के विरोध में कथित शोध पत्रकारिता करें एवं पुरस्कार प्राप्त करें, ऐसी योजना ही आरंभ हो गई है ! ऐसी पत्रकारिता समाज को क्या दिशा देगी ?
- अब तक प्रसारमाध्यम सनातन के विरोध में मिथ्या समाचार प्रसिद्ध कर सनातन की अपकीर्ति कर रहे थे एवं अब इसकेद्वारा ऐसी अपकीर्ति करनेवाले लोगों को पुरस्कार देने की नई प्रथा भी आरंभ की गई है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात
नई देहली : पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करनेवाले लोगों को ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ग्रुप के संस्थापक ‘रामनाथ गोएंका के स्मृतिप्रित्यर्थ प्रतिवर्ष पुरस्कार दिया जाता है ! ‘एबीपी माझा’ मराठी समाचारवाहिनी के पत्रकार गणेश ठाकुर को इस वर्ष रामनाथ गोएंका पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की उपस्थिति में देहली में आयोजित एक समारोह में उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया। ‘ऑपरेशन सम्मोहन’ इस विषय पर तथाकथित शोध पत्रकारिता के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है !
इस विषय के अंतर्गत गणेश ठाकुर ने सितंबर २०१५ में सनातन संस्था के मार्गदर्शन के अनुसार साधना करनेवाली उत्तरप्रदेश के दो साधिकाओं के विषय में भ्रमित करनेवाले समाचार बनाए थे। इन साधिकाओं के परिवारद्वारा सनातन की इन साधिकाओं को सम्मोहित करने का आरोप किया गया था। ‘एबीपी माझा’ एवं ‘एबीपी न्यूज’ समाचारवाहिनीयोंद्वारा इस संदर्भ का समाचार प्रसारित किया गया था। इस समाचार के उपरांत इन साधिकाओं ने मुंबई में पत्रकार परिषद आयोजित कर सत्यस्थिति बतार्ई थी।
अनेक समाचारवाहिनियोंद्वारा इस पत्रकार परिषद का सीधा प्रक्षेपण किया गया था। इन युवतियोंद्वारा दिए गए सभी उत्तरों के उपरांत सत्य उजागर होने पर सभी समाचारवाहिनियों का परदाफाश हो गया था एवं गणेश ठाकुर के साथ सभी उपस्थित पत्रकार चुप हो गए थे। तत्पश्चात अब तक उन्होंने इस विषय में कोई समाचार प्रसारित नहीं किया। (इस से गणेश ठाकुर को मिले पुरस्कार का स्तर समझ में आता है ! अतः ऐसा संदेह उत्पन्न होता है कि, इस पुरस्कार के लिए गणेश ठाकुर का चयन करनेवाले तज्ञ एक तो इस प्रकरण से अनभिज्ञ होंगे अथवा उन्हें जानबूझकर सनातन के विरोध में समाचार देनेवाले को पुरस्कार देने हेतु विवश किया गया होगा ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात