सातारा के फलटन तहसिल में अन्य धर्मियोंद्वारा हिन्दू धर्मियों को कष्ट देने की मात्रा बढ गई है। उनका हिन्दू धर्म के विषय में द्वेष भी बढ गया, ऐसा दिखाई देता है। इसके कुछ उदाहरण यहां प्रस्तुत कर रहे हैं . . .
१. हिन्दुओं की लूटमार एवं फिरौती वसूल करना
१ अ. ग्रामीण क्षेत्र से आनेवाले ग्रामवासियों की लूटमार करना : ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक सप्ताह के बाजार एवं किसान खेत उत्पाद बिकने हेतु फलटन में आते रहते हैं। इस समय नागरिक एवं किसानद्वारा अन्य धर्मिय खेत उत्पाद धमकाकर लेते हैं एवं स्वयं होकर उसका विक्रय करते हैं, साथ ही वे त्यौहार एवं उत्सवों के लिए लाई गई पूजासामग्री भी उनसे ही धमकाकर छीन लेते है एवं उनका स्वयं विक्रय करते हैं !
१ आ. बेपारी एवं प्रतिष्ठित नागरिकोंद्वारा फिरौती वसूल करना : ये अन्य धर्मिय झगडे निकाल कर हाथापाई पर उतर आते हैं एवं सब मिल कर दहशत फैलाते हैं। उनके समाजबंधुओं का भी उनके इस अनाचारों में सहभाग होता है। इसलिए वहां हिन्दुओं में दहशत फैलाना, फिरौती, चोरियां एवं लूटमार जैसी घटनाएं होती रहती हैं !
२. हिन्दू लडकियों को प्रेमजाल में फंसा कर विवाह एवं धर्मपरिवर्तन करना
२ अ. लडकियों को प्रेमजाल में फंसा कर बलपूर्वक धर्मपरिवर्तन करने पर विवश करना : इनकेद्वारा हिन्दू लडकियों को प्रेम के जाल में फंसाया जाता है। उनके धर्म का स्वीकार करने के लिए कहा जाता है एवं उसने उनके धर्म का स्वीकार किया है अथवा नहीं यह देखने हेतु उस लडकी को श्री गणेश जी की मूर्ति को फोडने के लिए कहा जाता है ! इससे उनके हिन्दूद्वेष की चरमसीमा कहां तक पहुंची है ये ध्यान में आता है !
२ आ. हिन्दू लडकियों का अश्लील वीडियो बना कर उन्हें वेश्या व्यवसाय में ढकेला जाना : वे पांच पांच लोग मिल कर फंसाई गई हिन्दू लडकियों का उपभोग लेते हैं। उनका अश्लील वीडियो बनाया जाता है एवं उन्हें वेश्या व्यवसाय में ढकेला जाता है !
३. हिन्दूद्वेष की चरमसीमा
ये लोग हिन्दू एवं हिन्दू धर्म के मराठा एवं ब्राह्मण समाज को भारी मात्रा में ‘लक्ष्य’ करते हैं ! उदा. इन अन्य धर्मियों ने झिरपवाडी, तहसील फलटण के ज्योतिराम चौहान की हत्या की थी । उसीप्रकार हिन्दू ब्राह्मणों को उनके त्यौहार के समय ‘लक्ष्य’ किया जाता है !
– एक हिन्दू धर्माभिमानी, फलटन (२६.९.२०१६)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात