हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से आंदोलन का आयोजन
७ नवम्बर १९६६ को गोरक्षा आंदोलन के समय इंदिरा गांधी सरकार ने आंदोलन में उपस्थित गौएं, संत तथा हिन्दुओं पर गोलियों की बौछार करने के आदेश दिए थे। भारत के इतिहास को कलंकित करनेवाली इस घटना को कल ५० वर्ष पूरे हुए !
इंदौर (मध्यप्रदेश) : नई देहली में ७ नवम्बर १९६६ को गोरक्षा आंदोलन के समय इंदिरा गांधी सरकार ने आंदोलन में उपस्थित गौएं, संत तथा हिन्दुओं पर गोलियों की बौछार करने के आदेश दिए थे। भारत के इतिहास को कलंकित करनेवाली इस घटना को कल ५० वर्ष पूरे हुए !
अतः इस घटना का निषेध करने हेतु इंदौर में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से आंदोलन का आयोजन किया गया था।
‘गोभक्त बलिदान स्मरण समिति’ की ओर से मूक मोर्चा का आयोजन !
‘गोभक्त बलिदान स्मरण समिति’ की ओर से इस घटना का निषेध करने हेतु इंदौर शहर के प्रमुख पथ पर मूक मोर्चा का आयोजन किया गया था। मोर्चा में १ सहस्त्र से भी अधिक हिन्दू सम्मिलित हुए थे। यहां के पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होळकर की प्रतिमा के पास गोभक्तों को श्रद्धांजली अर्पण कर मोर्चा समाप्त किया गया। उस समय मुसलमान, ईसाई पंथ के प्रमुख भी उपस्थित थे।
इंदौर में अखिल भारतीय हिन्दु महासभा की ओर से इंदिरा गांधी की प्रतिकात्मक प्रतिमा का दहन !
अखिल भारतीय हिन्दु महासभा की ओर से इंदिरा गांधी की प्रतिकात्मक प्रतिमा का दहन किया गया।
उस समय महासभा के प्रदेश महामंत्री श्री. जितेंद्रसिंह ठाकुर के साथ सर्वश्री नीलेश दुबे, देवसिंह आर्य, पवनकुमार त्रिपाठी, सावन सोनी, विनोद मिश्रा, संजय चौहान, महेश राठौर, मोहित वर्मा, शिवम माली, योगेश लोढी के साथ अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात