अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति महाराष्ट्र इस संस्था का एफ.आर.सी.ए. परवाना रद्द करने के संदर्भ में केंद्रीय गृहमंत्री का अभिनंदन ! – सनातन संस्था
मुंबई : सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक ने एक प्रसिद्धि पत्रकद्वारा ऐसी जानकारी दी है कि हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने विहित कालावधि में परवाना नूतनीकरण का आवेदन पत्र प्रस्तुत करने में लापरवाही करनेवाले राज्य के एक सहस्रों से अधिक सरकारी एवं गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्थाओं (एन.जी.ओ.) की ‘विदेशी उपहार नियम कानून’ के अनुसार (एफ.सी.आर.ए.) मान्यता रद्द करने की फटकार लगाई है !
इस कानून के अंतर्गत अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति महाराष्ट्र संस्था कार्रवाई की कक्षा में आई है। इस कार्रवाई के कारण इस संस्था को विदेश से मिलनेवाला दान अगले पांच वर्षो के लिए रोका गया है !
इस संदर्भ में प्रकाशित पत्रक में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक ने कहा कि, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति, महाराष्ट्र इस संस्था के विरोध में सनातन प्रभात के वार्ताहर श्री. राहुल कोल्हापुरे तथा हिन्दू विधिज्ञ परिषद ने गृहविभाग को समय-समय पर लिखित रूप में परिवाद किए थे।
एक दशक से भी अधिक कालावधि तक आय-व्यय एवं लेखाजोखा प्रस्तुत न करना, एफ.सी.आर.ए. धन के संदर्भ में धर्मादाय आयुक्त को झूठी जानकारी प्रस्तुत करना, वार्तापत्र प्रकाशित करने के कारण फ.सी.आर.ए. मान्यता के लिए अनुचित है, इस जानकारी को छिपा कर एफ.सी.आर.ए. की मान्यता प्राप्त करने के साथ हाल ही में धर्मादाय आयुक्तद्वारा दिया गया आर्थिक भ्रष्टाचार का ब्यौरा इन सभी बातों के दस्तावेज प्रमाणसहित केंद्रीय गृहमंत्रालय के ध्यान में लाकर दिए गए थे।
देश के कानून का भंग करनेवाली इस संस्था पर कार्रवाई करने के संदर्भ में केंद्र शासन का अभिनंदन करता हूं। शीघ्र ही अपराधी न्यासियों के विरोध में फौजदारी कार्रवाई की जाएगी, इस विषय में हमें विश्वास प्रतीत होता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात