मेलबर्न – ऑस्ट्रेलिया सरकार ने अंग्रेजी के अतिरिक्त विदेशी भाषा के रूप में प्रोत्साहन देने के लिए हिंदी को चुना है। इसके लिए एक ऑनलाइन प्रोग्राम के जरिए शुरआती कक्षाओं के बच्चों को हिंदी की शिक्षा दी जाएगी। यह प्रोग्राम अगले शैक्षिक सत्र से चलाया जाएगा।
द अर्ली लर्निग लैंग्वेजेज ऑस्ट्रेलिया (ईएलएलए) छात्रों और शिक्षकों को हिंदी सीखने में मदद करेगा। देश के शिक्षा और प्रशिक्षण मंत्री साइमन बिरमिंघम के बताया कि सरकार ने इटेलियन और स्पेनिश भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम २०१७ से शुरू करने जा रही है जबकि हिंदी और मॉडर्न ग्रीक को सन २०१८ से सिखाया जाएगा। कुछ छात्र चीनी और जापानी भाषा भी सीख रहे हैं।
इस प्रोग्राम के तहत दस हजार बच्चों को विदेशी भाषषाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम ९८ लाख डॉलर (करीब ६७ करोड़ रुपये) का है।
इसलिए देंगे प्रशिक्षण
बिरमिंघम ने कहा कि, बचपन में दिया गया प्रशिक्षण जल्द समझ में आता है और यह पूरे जीवन काम आता है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार स्कूली बच्चों के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने बताया कि जो अनुभव हैं उनसे पता चला है कि विदेशी भाषषाओं के प्रति बच्चों, उनके माता–पिता और शिक्षकों को अच्छा रझान रहा है। वर्तमान चालू सदी को एशिया की सदी मानते हुए हम बच्चों को हिंदी के साथ ही चीनी और जापानी भाषषाएं भी सिखा रहे हैं।
स्त्रोत : जागरण