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एक हिन्दू युवक नियंत्रण में !
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हिन्दू युवकों का छल रोकने की मांग !
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पुलिस अधिकारी को फटकारने हेतु मडगाव पुलिस थाने में भारी संख्या में शिवसैनिक
हिन्दू युवकों पर तत्परता से कार्रवाई कर पराक्रम दिखानेवाली पुलिस ! परंतु यही पुलिस, एक क्रूरकर्मा टीपू सुलतान की जयंती मनाने का षड्यंत्र रचा कर सामाजिक वैमनस्य उत्पन्न करने की इच्छा रखनेवाले धर्मांधों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
मडगांव : टीपू सुलतान का गोवा राज्य से कोई ऐतिहासिक संबध न होते हुए भी २० नवंबर को कुछ धर्मांधोंद्वारा मडगाव में टीपू सुलतान जयंती मनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा था। इस संदर्भ में अनेक स्थान पर अवैधानिक रूप से फलक लगाए गए थे; परंतु स्थानीय शिवसाम्राज्य संगठन के जागृत हिन्दुओं ने इन अवैध फलकों के विरोध में परिवाद कर प्रशासन को ये फलक हटाने पर विवश किया।
इन सभी घटनाओं के पश्चात किसीने कुछ मुसलमानों के दुपहियों को आग लगाई आैर अब इस का दोष शिवसाम्राज्य संगठन के हिन्दुत्वनिष्ठों पर लगाया गया ! पुलिसद्वारा इस संदर्भ में श्री. दिनेश पिल्ले (आयु ३५ वर्षे) नामक हिन्दू युवक को बंदी बनाया गया है। पुलिस अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ युवकों का शोध कर रही है। इस कार्रवाई का निषेध करते हुए शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधिकारी को मडगांव पुलिस थाने में भारी संख्या में संघटित होकर इस अन्यायपूर्ण कार्रवाई के विरोध में फटकारा एवं हिन्दू युवकों का यह छल रोकने की मांग की। इस अवसर पर शिवसेना के सहराज्यप्रमुख श्री. शिवप्रसाद जोशी उपस्थित थे।
धर्मांधोंद्वारा टीपू सुलतान जयंती मनाने का षड्यंत्र रचाए जाने के कारण १८ नवंबर को तनाव उत्पन्न हुआ। हिन्दुओं ने पुलिस में वैधानिक मार्ग से टीपू सुलतान जयंती के आयोजन हेतु लगाए गए अवैध पोस्टर्स हटाने की मांग की। अत्यधिक पृष्ठपोषण करने के उपरांत पुलिसकर्मियोंद्वारा यह फलक हटाये गये। (धर्मांधोंद्वारा क्रूरकर्मा टीपू सुलतान की जयंती मनाने के षड्यंत्र को विफल करनेवाले मडगांव के हिन्दुओं का अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) परंतु रात्रि घोगळ हाऊसिंग बोर्ड में अज्ञातोंद्वारा ४ दुपहियों को आग लगा दी गई। इस संदर्भ में १९ नवंबर को घोगळ के हिन्दुत्वनिष्ठ युवक श्री. दिनेश पिल्ले (आयु ३५ वर्ष) को पुलिसद्वारा बंदी बनाया गया एवं उन पर धारा १४३, १४७, ३४१, ४३५, ५०६ तथा १४९ के अनुसार परिवाद प्रविष्ट किया गया है। रात्रि देर में १० सहस्र रुपयों की प्रतिभूति पर श्री. पिल्ले को मुक्त किया गया है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात