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फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ में ५ हजार साल पुरानी परंपरा तोडने का आरोप !

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मथुरा : मथुरा के संत अक्षय कुमार की फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ में नंदगांव और बरसाना गांव के लड़का-लड़की की विवाह दिखाने का विरोध कर रहे हैं। यहां फिल्म की शूटिंग चल रही है।

बरसाना के कटारा पार्क में सोमवार को महापंचायत हुई। इसमें वृंदावन से आए महामंडलेश्वर नावलगिरी महाराज ने कहा, ”निर्माताओं ने फिल्म का शीर्षक ‘टॉयलेट एक प्रेम कहानी’ चुना। उन्होंने इसे ‘टॉयलेट एक स्वछता अभियान’ का नाम क्यों नहीं दिया। हम इस फिल्म का विरोध करते हैं।”

महंत हरिबोल बाबा महाराज ने कहा, ”ये लोग अपने स्वार्थ के लिए हमारे ईष्ट राधा-कृष्ण के धाम में इस शीर्षक को लेकर आए हैं। यह प्रेम की भूमि है। यहां प्रेम से संबंधित शीर्षक ही हम मान्य करेंगे। अगर शीर्षक नहीं बदला गया तो हम फिल्म की शूटिंग नहीं होने देंगे।”

महंत स्वामी अद्धित्यानंद जी महाराज ने कहा, ये लोग केवल हमारी संस्कृति से खिलवाड़ कर रहे हैं।”

चतुर्थ संप्रदाय के अध्‍यक्ष फूलडोल बिहारीदास महाराज ने महापंचायत में प्रोड्यूसर से कहा, ”या तो फिल्म का नाम बदल लो, नहीं तो हम इस फिल्म की शूटिंग नहीं होने देंगे। चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान की कीमत ही क्यों न देनी पड़े।”

बता दे कि, नंदगांव में अक्षय कुमार और अभिनेत्री भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘टॉयलेट-एक प्रेम कथा’ की शूटिंग चल रही है। जब से गांववालों को पता चला है कि बरसाना की लड़की से अक्षय कुमार ने विवाह की शूटिंग की है, तब से वे गुस्से में  हैं। मंदिरों के पुजारियों और लोगों का कहना है, ”५  हजार साल से बरसाना और नंदगांव के लडके और लडकियों में विवाह नहीं हुआ है। फिल्म में विवाह का दृश्य दिखाकर परंपरा तोड़ी जा रही है।” बरसाना और नंदगांव के लोग इसके विरुद्ध उच्च न्यायालय तक जाएंगे।

क्‍या है मान्‍यता ?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, राधा बरसाना की रहने वाली थीं, जबकि श्रीकृष्ण नंदगांव के थे। श्रीजी मंदिर के पुजारी भगवान दास गोस्वामी का कहना है, ”नंदगांव के हर लडके को कृष्ण के सखा और बरसाना की हर लडकी को राधा का रूप माना जाता है। फिल्म में इनकी विवाह करवाना गलत है।”

संदर्भ : दैनिक भास्कर

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