Menu Close

अवैध शस्त्रबिक्रेता संजय साडविलकर की विस्तृत रूप से जांच कर उन पर तत्काल परिवाद प्रविष्ट करें ! – पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी

  • पू. संभाजीराव भिडेगुरुजीद्वारा सांगली पुलिस अधीक्षक से मांग

  • संजय साडविलकर के विरोध में पांचवा परिवाद प्रविष्ट

सर्वत्र के हिन्दुओं को, अपराधियों पर कार्रवाई करने हेतु पृष्ठपोषण करनेवाले पू. भिडेगुरुजी का आदर्श लेना चाहिए ! हिन्दुओं की मांग है कि, अनेक बार परिवाद करने पर भी अपराधियों पर कोई कार्रवाई न करनेवाली पुलिस पर ही शासनद्वारा कार्रवाई की जानी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात

सांगली : कोल्हापुर के संजय साडविलकरद्वारा अवैध रूप से रिवॉल्वर एवं बंदुकें बनाना, हथियाना, क्रय-विक्रय करना, उनमें सुधार करना आदि अपराध किए गए हैं। उनके विरोध में जिले में चार पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किए गए हैं। इतना होते हुए भी संजय साडविलकर पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसलिए श्री शिवप्रतिष्ठान के संस्थापक पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी ने सांगली जिले के पुलिस अधीक्षक श्री. दत्तात्रय शिंदे से साडविलकर की विस्तृत रूप से जांच कर उन पर तत्काल परिवाद प्रविष्ट करने की मांग की है !

२१ नवंबर को सांगली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से सांगली के पुलिस अधीक्षक से भेंट की गई। इस अवसर पर पू. भिडेगुरुजीद्वारा यह मांग की गई। इस अवसर पर भारी संख्या में शिवसेना, भाजपा एवं श्री शिवप्रतिष्ठान के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

साडविलकर पर तत्काल प्रथमदर्शनी अहवाल प्रविष्ट होना अपेक्षित है। वह प्रविष्ट होने तक मैं इस प्रकरण का पृष्ठपोषण करूंगा। इसलिए मैं इस प्रकरण को पुलिस महासंचालक से मुख्यमंत्री तक पहुंचाउंगा। इस समय पू. भिडेगुरुजी ने ऐसा भी कहा कि, इस प्रकरण में हम सनातन संस्था के साथ हैं !

परिवाद प्रविष्ट करने के २४ दिन उपरांत भी साडविलकर पर कोई कार्रवाई नहीं !

संजय साडविलकर के विरोध में तासगांव में २९ अक्तूबर को प्रथम परिवाद प्रविष्ट किया गया। तदुपरांत पलूस, कवठेमहांकाळ एवं सांगली में ३ परिवाद प्रविष्ट किए गए। साडविलकर के विरोध में २४ दिन के उपरांत भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने पुलिस अधीक्षक श्री. शिंदे से भेंट की। इस अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठों ने अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि, एक ही व्यक्ति के विरोध में निरंतर परिवाद प्रविष्ट होते हुए भी पुलिस किस के दबाव में आकर साडविलकर पर कार्रवाई करने में टालमटोल कर रही है, ऐसा संदेह नागरिकों के मन में उत्पन्न हो रहा है !

इस अवसर पर सर्वश्री स्वप्नील पाटिल, निवास पाटिल, अरुण यादव, सचिन चौहान, संतोष पाटिल के साथ अन्य उपस्थित थे। इस ज्ञापन पर अधिवक्ता श्री. संतोष पाटिल, अधिवक्ता श्री. शिरसाट, श्री. गोविंद सोवनी, विहिंप के श्री. अभिजित घुले, भाजपा के सर्वश्री विनय सपकाल, राजेंद्र माळी, राजू पुजारी तथा अन्य हिन्दू धर्माभिमानियों के हस्ताक्षर हैं।

संजय साडविलकर एवं उनके सहयोगियों को तत्काल नियंत्रण में लें ! – श्रीमती आशाताई पोतदारद्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में परिवाद

संजय साडविलकरद्वारा अवैध रूप से रिवॉल्वर एवं बंदुकें बनाना, हथियाना, क्रय-विक्रय करना, उनमें सुधार करना आदि अपराध किए गए हैं। साडविलकर ने स्वयं न्यायाधीश के सामने दिए गए प्रत्युत्तर में ऐसे अपराध करने की बात को स्वीकार किया है। इसलिए इस कबूलीजबाब के आधार पर संजय साडविलकर, उनके सहयोगी बापू इंदुलकर एवं मिलीभगत कर अवैध रूप से शस्त्रविक्रय करनेवाले सभी अपराध प्रविष्ट कर उन्हें नियंत्रण में लेने के संदर्भ में राष्ट्रप्रेमी नागरिक श्रीमती आशाताई पोतदार ने २१ नवंबर को सांगली पुलिस मुख्यालय में प्रविष्ट की गई है। इस परिवाद के कारण साडविलकर के विरोध में परिवादों की संख्या अब ५ हो गई है !

सनातन के साधक डॉ. तावडे को तत्काल बंदी बनानेवाली पुलिस कौनसे राजनीतिक दबाव के कारण साडविलकर पर कार्रवाई करने में टालमटोल कर रही है ?

संजय साडविलकर के प्रत्युत्तर के आधार पर पुलिसद्वारा सनातन के साधक डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे को तत्काल बंदी बनाया गया; परंतु वही पुलिस अवैध शस्त्रविक्रय के अपराध में साडविलकर के विरोध में ५ अपराध प्रविष्ट होने पर भी उन पर अपराध प्रविष्ट करना, उन्हें तथा उनके सहयोगियों को बंदी बनाने जैसे कृत्य क्यों नहीं करती ? इस संदर्भ में यदि नागरिकों को ऐसा प्रतीत हुआ कि, राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस कार्रवाई करने में टालमटोल कर रही है, तो उस में क्या आश्चर्य है ?

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *