नर्इ देहली : पोप फ्रांसिस की ओर से गर्भपात के अपराध को क्षमा करने के कैथोलिक पादरियों के अधिकार को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया है । पोप ने एक पत्र जारी कर यह कहा है ।
उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘हालांकि मैं अब भी गर्भपात को एक पाप ही मानता हूं । क्योंकि यह मासूम जिंदगी को समाप्त कर देता है । मैं यह भी कहना चाहता हूं कि, विश्व में ऐसा कोई पाप नहीं है, जिसे करने के बाद पछतावा होने पर ईश्वर क्षमा ना कर दें । मैं ऐसी कई महिलाओं से मिला हूं, जो गर्भपात कराने के बाद पछतावे का एहसास मन में दबाकर जीती हैं । इसलिए पादरी क्षमा मांगने की यात्रा में एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं । इसलिए मैं गर्भपात जैसे पाप करने वाले सभी लोगों को दोषमुक्त करने का अधिकार पादरियों को देता हूं’ ।
गौरतलब है कि, पादरियों को यह विशेषाधिकार पिछले वर्ष ८ दिसंबर को ईयर ऑफ मर्सी के दौरान दिया गया था । यह अधिकार उन्हें एक वर्ष के लिए मिला था, जिसकी अवधि इस वर्ष २० नवंबर को समाप्त हो गई थी । अब पोप फ्रांसिस के नये पत्र में इस अवधि को अनिश्चितकाल तक के लिए बढ़ा दिया है ।
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